अपडेटेड 12 August 2025 at 12:59 IST
आखिर प्रेमानंद जी महाराज पीले रंग के कपड़े ही क्यों पहनते हैं? जानें इसका ज्योतिष और धार्मिक महत्व
Premanand ji Maharaj : वृंदावन के प्रसिद्ध पितांबरधारी संत प्रेमानंद जी महाराज राधा रानी की भक्ति में हमेशा लीन रहते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर वह पीले रंग की ही क्यों वस्त्र पहनते हैं? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
Premanandji Maharaj : आध्यात्मिक संत प्रेमानंद जी महाराज के भक्तों की संख्या लगाता बढ़ती ही जा रही है। उन्होंने अपना पूरा जीवन राधा रानी की भक्ति और मानव सेवा में समर्पित कर दिया। आज प्रेमानंद की वाणी युवाओं को बेहद प्रेरणा देती है। प्रेमानंद महाराज का जीवन यह दर्शाता है कि आप कैसी भी परिस्थिति में हो, आपको ईश्वर की भक्ति करनी कभी नहीं छोड़नी चाहिए।
प्रेमानंद महाराज कहते हैं 'भक्त से ही भगवान हैं'। सोशल मीडिया पर उनके वीडियो जमकर वायरल होते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि प्रेमानंद महाराज और उनके शिष्य हमेशा पीले रंग के ही वस्त्र क्यों पहनते हैं? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि आखिर इसके पीछे ज्योतिष और धार्मिक महत्व क्या है?
पीले रंग के कपड़े पहनने का ज्योतिष महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पीले रंग का संबंध बृहस्पति से है और यह शुभता, धर्म, सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि अगर किसी जातक की कुंडली में बृहस्पति गुरु की स्थिति कमजोर है, तो पीले रंग के वस्त्र पहनने से लाभ हो सकता है। प्रेमानंद जी का पीले रंग के कपड़े पहनना यह दर्शाता है कि वह आध्यात्मिक ज्ञान की यात्रा में हैं। इतना ही नहीं, पीला रंग सकारात्मक और शांति का कारक भी माना जाता है।
पीले रंग के कपड़े पहनने का धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम में पीले रंग के कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है। जो पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। प्रेमानंद महाराज के पीले वस्त्र पहनना भक्ति-भाव और आराध्य के प्रति समर्पण को दर्शाता है। वह हमेशा राधे-कृष्ण की भक्ति में लीन रहते हैं। बता दें, पीले रंग का वस्त्र वैष्णव संप्रदाय का भी कारक माना गया है। जो शुभता, सकारात्मकता, ज्ञान, प्रेम और भक्ति का कारक है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 12 August 2025 at 12:59 IST