अपडेटेड 23 July 2024 at 20:39 IST
Sawan: सुहागिनों के लिए खास है सावन का महीना, महिलाएं क्यों पहनती हैं हरे रंग की साड़ी-चूड़ियां?
Sawan महीने में हरे रंग का विशेष महत्व माना जाता है। यह माह सुहागिन महिलाओं को लिए भी बेहद खास होता है। आइए जानते हैं ऐसा क्यों?
Suhagino Ke Liye Kyo Khaas Hai Sawan: हिंदू धर्म में सावन का महीना बहुत ही खास और पवित्र माना गया है। इस पूरे माह भगवान शिव की आराधना और उपासना की जाती है। मान्यता है कि सावन में जो भी व्यक्ति पूरे
श्रद्धा भाव से शिव जी की पूजा अर्चना करता है और उन्हें गंगाजल और बेलपत्र चढ़ाता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। वहीं इस माह में हरे रंग का भी विशेष महत्व माना जाता है। आइए जानते हैं सावन में हरे रंग का महत्व क्या है और यह महीना सुहागिनों के लिए खास क्यों होता है।
धार्मिक मान्यता के मुताबिक सावन का महीना पूजा-पाठ के लिए खास होता है। वहीं इस माह में हरे रंग का भी विशेष महत्व माना जाता है। इस महीने में आप सभी ने देखा होगा कि महिलाएं खास तौर पर हरे रंग की साड़ी और चूड़ियां पहनती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे की वजह क्या है? नहीं तो चलिए जानते हैं कि सुहागिन महिलाओं के लिए सावन का महीना खास क्यों होता है और इस माह में रंग का महत्व क्या है?
सावन में हरा रंग क्यों होता है खास?
हिंदू धर्म में बेहद खास माना जाने वाला सावन का महीने अपने साथ सुहाना मौसम और हरियाली लेकर आता है। बारिश की वजह से हर तरफ हरियाली और रंग बिरंगे फूलों की बहार होती है। सावन में प्रकृति हरे रंगों से सज जाती है। शास्त्रों में भी हरे रंग को शुभता का प्रतीक माना जाता है। वहीं मान्यता के मुताबिक सावन का महीना भगवान शिव को अति प्रिय है और यह पूरा माह उन्हीं को समर्पित किया गया है। यही वजह है कि सावन में हरे रंग का खास महत्व होता है।
महिलाओं को लिए खास क्यों होता है सावन का महीना?
वहीं सावन का महीना सुहागिन महिलाओं के लिए भी बेहद खास होता है। दरअसल, इस माह को प्रेम का प्रतीक माना जाता है। एक तरफ जहां महिलाएं भगवान शंकर की पूजा करके अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं, वहीं दूसरी तरफ सावन के सोमवार का व्रत रखकर सुहागिनों को शिव-पार्वती दोनों की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही महिलाओं को सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद भी मिलता है। जिसकी वजह से यह महीना सुहागिनों को लिए बहुत ही खास महत्व रखता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 23 July 2024 at 20:39 IST