अपडेटेड 13 June 2025 at 15:09 IST
Sankashti Chaturthi पर जरूर करें इस स्तोत्र का पाठ, बप्पा पूरी करेंगे सभी इच्छाएं
Sankashti Chaturthi 2025: संकष्टी चतुर्थी के खास मौके पर करें संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ, इससे जीवन से कष्ट दूर हो सकते हैं। जानते हैं इनके बारे में...
Sankashti Chaturthi 2025: जून महीने में संकष्टी चतुर्थी 14 जून दिन शनिवार को मनाई जाएगी। बता दें कि इसे कृष्णपिंगल संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जानते हैं। ये दिन भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन पूजा करने से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो सकते हैं और सभी इच्छाएं पूरी भी हो सकती हैं। ऐसे में संकष्टी चतुर्थी पर आप संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि संकष्टी चतुर्थी पर संकटनाशन गणेश स्तोत्र के पाठ के बोल क्या हैं। पढ़ते हैं आगे...
संकटनाशन गणेश स्तोत्र (Sankatnashan Ganesh Stotra)
प्रणम्य शिरसा देवं गौरी विनायकम् ।
भक्तावासं स्मेर नित्यमाय्ः कामार्थसिद्धये ।।
प्रथमं वक्रतुडं च एकदंत द्वितीयकम् ।
तृतियं कृष्णपिंगात्क्षं गजववत्रं चतुर्थकम् ।।
लंबोदरं पंचम च पष्ठं विकटमेव च ।
सप्तमं विघ्नराजेंद्रं धूम्रवर्ण तथाष्टमम् ।।
नवमं भाल चंद्रं च दशमं तु विनायकम् ।
एकादशं गणपतिं द्वादशं तु गजानन् ।।
द्वादशैतानि नामानि त्रिसंघ्यंयः पठेन्नरः ।
न च विघ्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरं प्रभो ।।
विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी लभते धनम् ।
पुत्रार्थी लभते पुत्रान्मो क्षार्थी लभते गतिम् ।।
जपेद्णपतिस्तोत्रं षडिभर्मासैः फलं लभते ।
संवत्सरेण सिद्धिंच लभते नात्र संशयः ।।
अष्टभ्यो ब्राह्मणे भ्यश्र्च लिखित्वा फलं लभते ।
तस्य विद्या भवेत्सर्वा गणेशस्य प्रसादतः ।।
इति श्री नारद पुराणे संकष्टनाशनं नाम श्री गणपति स्तोत्रं संपूर्णम् ।।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 13 June 2025 at 15:09 IST