अपडेटेड 30 August 2025 at 12:51 IST

Republic Bharat Samvad 2025: रुद्राक्ष दवा की तरह काम करता है, इसके धारण करने से क्या-क्या लाभ होता है? डॉ तनय सीठा ने बताया

Republic Bharat Samvad: रिपब्लिक भारत के मंच पर रुद्रलाइफ के संस्थापक डॉ. तनय सीठा ने रुद्राक्ष के कई महत्वपूर्ण फायदों के बारे में बताया। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

Republic Bharat Samvad 2025 | Image: Republic

Republic Bharat Samvad: रिपब्लिक भारत के कार्यक्रम नए भारत का शंखनाद 'संवाद' कार्यक्रम में रुद्रलाइफ के संस्थापक डॉ. तनय सीठा ने शिरकत की। 

उन्होंने अपने जीवन से जुड़े रुद्राक्ष के महत्व के बारे में बताया कि कैसे एक रुद्राक्ष आपका जीवन बदल सकता है और आपको एक सकारात्मक ऊर्जा से भर सकता है। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि कैसे एक रुद्राक्ष व्यक्ति की  बीमारी को दूर कर सकता है। 

आइए इस लेख में विस्तार से एक इंजीनियर बनने से लेकर धर्म के मार्ग पर चलने और रुद्रलाइफ को स्थापित करने वाले डॉ. तनय सीठा के बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं। साथ ही यह भी जानेंगे कि रुद्राक्ष के क्या-क्या फायदें हैं?

रुद्राक्ष दवा की तरह काम करता है- डॉ.तनय सीठा

रुद्राक्ष को लोग लोग धार्मिक माला के रूप में पहनते हैं,लेकिन लेकिन यह सिर्फ आस्था का प्रतीक नहीं है।

रुद्रलाइफ के संस्थापक डॉ. तनय सीठा  ने बताया कि रुद्राक्ष शरीर और मन दोनों पर दवा की तरह असर करता है।
डॉ. सीठा बताते हैं कि रुद्राक्ष पहनने से शरीर में पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है। यह तनाव, चिंता, ब्लड प्रेशर और नींद की परेशानी जैसी समस्याओं में राहत देने में मदद करता है।

 उनके अनुसार, अलग-अलग मुखी वाले रुद्राक्ष का असर भी अलग होता है। जैसे 5 मुखी रुद्राक्ष दिमाग को शांत करता है, जबकि 7 मुखी रुद्राक्ष शरीर की थकान दूर करता है।

विज्ञान भी अब मानने लगा है कि रुद्राक्ष से निकलने वाली ऊर्जा शरीर के तंत्रिका तंत्र को संतुलित करती है। यही कारण है कि आजकल डॉक्टर और आयुर्वेद विशेषज्ञ भी रुद्राक्ष को हेल्थ सपोर्ट के रूप में सुझा रहे हैं। डॉ.सीठा का कहना है कि रुद्राक्ष एक नेचुरल थेरेपी की तरह है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के शरीर और मन दोनों को ठीक कर सकता है। इसे पहनना स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ने का एक आसान तरीका है।

विज्ञान के अनुसार रुद्राक्ष का महत्व - डॉ.तनय सीठा

रुद्राक्ष का संबंध भगवान शिव से बताया गया है, लेकिन इसका महत्व केवल आध्यात्म में ही नहीं, विज्ञान में भी है। रुद्रलाइफ के संस्थापक डॉ. तनय सीठा के अनुसार, रुद्राक्ष के कई वैज्ञानिक फायदे हैं जो हमारे शरीर और मन पर सकारात्मक असर डालते हैं।

डॉ.सीठा बताते हैं कि रुद्राक्ष में Electromagnetic Energy होती है। जब कोई व्यक्ति इसे पहनता है, तो यह ऊर्जा शरीर के नर्वस सिस्टम को संतुलित करती है। इससे तनाव कम होता है, मन शांत रहता है और एकाग्रता बढ़ती है।

इसके अलावा रुद्राक्ष शरीर की ऊर्जा को सही दिशा में काम करने के लिए मदद करता है। खासतौर पर ब्लड प्रेशर, दिल की धड़कन और नींद की समस्याओं में यह बहुत उपयोगी साबित होता है। रिसर्च के अनुसार, रुद्राक्ष पहनने से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है। जो बिना दवा के शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। 

यह विज्ञान और प्रकृति का अनोखा तोहफा है। इतना ही नहीं रुद्राक्ष व्यक्ति के याद्दाश्त को तेज करता है। ये एंटी-डायबिटिक भी है।

कितने तरह के होते हैं रुद्राक्ष?

1 मुखी से लेकर 21 मुखी रुद्राक्ष तक पाए जाते हैं।
1 मुखी रुद्राक्ष सबसे दुर्लभ और शक्तिशाली माना जाता है, यह शिव का प्रतीक है और आत्मिक शक्ति बढ़ाता है।
5 मुखी रुद्राक्ष सबसे आम होता है और यह स्वास्थ्य व मानसिक शांति के लिए उत्तम है।
7, 9 और 11 मुखी रुद्राक्ष जो धन, साहस और सफलता से जुड़े माने जाते हैं।
गौरी-शंकर और गणेश रुद्राक्ष जैसे विशेष रुद्राक्ष भी होते हैं जो विशेष आकार या जुड़वां रूप में पाए जाते हैं।
आप अपने पंडित जी से सलाह लेकर बनवाकर धारण कर सकते हैं।

शिव पुराण के अनुसार... पुरुष, महिला और बच्चे पहन सकते हैं रुद्राक्ष- डॉ.तनय सीठा

रुद्राक्ष को लेकर लोगों के मन में कई तरह सवाल होते हैं कि क्या महिलाएं या बच्चे इसे पहन सकते हैं या नहीं। लेकिन शिव पुराण के अनुसार, रुद्राक्ष पहनने की कोई उम्र या लिंग नहीं है। इस बात की पुष्टि  डॉ.तनय सीठा भी करते हैं। डॉ.सीठा बताते हैं कि रुद्राक्ष प्राकृतिक ऊर्जा से भरपूर बीज है, जिसे भगवान शिव का आशीर्वाद माना जाता है। 

यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और शरीर, मन और आत्मा को संतुलन में लाता है। इसी वजह से पुरुष, महिला और यहां तक कि बच्चे भी इसे धारण कर सकते हैं। 
शिव पुराण में कहा गया है कि जो भी श्रद्धा और विश्वास से रुद्राक्ष धारण करता है, उसे आध्यात्मिक लाभ के साथ-साथ मानसिक शांति, अच्छी सेहत और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। 
डॉ.तनय सीठा के अनुसार, बच्चों के लिए छोटे और कम मुख वाले रुद्राक्ष होते हैं, जो उन्हें एकाग्रता और मानसिक मजबूती देने में मदद करते हैं। महिलाएं भी इसे साधना और स्वास्थ्य लाभ के लिए पहन सकती हैं। इसलिए,रुद्राक्ष केवल साधु-संतों के लिए नहीं, बल्कि हर व्यक्ति के लिए है जो जीवन में सकारात्मकता और शांति चाहता है।

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Published By : Aarya Pandey

पब्लिश्ड 22 August 2025 at 17:13 IST