अपडेटेड 10 September 2024 at 11:23 IST
Radha Ashtami 2024:बांके बिहारी मंदिर में बार-बार पर्दा क्यों डालते हैं?
What is the story of the curtains in Vrindavan? बांके बिहारी मंदिर में पर्दा क्यों बंद करते हैं? जानते हैं इस लेख के माध्यम से...
Why banke bihari mandir curtains closed: वृंदावन में स्थित बांके बिहारी का मंदिर न केवल दुनिया भर में प्रख्यात है बल्कि इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। लेकिन बता दें कि वह लगातार बांके बिहारी को नहीं देख पाते क्योंकि हर 2 मिनट में बांके बिहारी का पर्दा डाला जाता है। जी हां, इसके पीछे भी एक वजह है, जिसके बारे में शायद ही आपको पता होगा।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि बांके बिहारी के मंदिर में बार-बार पर्दा क्यों लगाया जाता है। पढ़ते हैं आगे…
वृंदावन में हर 2 मिनट में पर्दा क्यों लगाया जाता है?
कथा के मुताबिक, आज से लगभग 400 वर्ष पहले इस मंदिर में बार-बार पर्दा नहीं लगाया जाता था। भक्त जितनी देर चाहें उतनी देर ठाकुर जी को निहार सकते थे। कहते हैं कि एक बार एक वृद्धा बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए आई। वह विधवा भी थी और निसंतान भी। ऐसे में जब वह बांके बिहारी के दर्शन के लिए आई तो उसके मन में संतान प्राप्ति की इच्छा थी। बांके बिहारी के रूप को देख वह दंग रह गई और अपने सारे दुखों को भूल गई। उन्होंने बांके बिहारी को ही अपना बेटा मान लिया। चूंकि वृद्धा अकेली थी। ऐसे में उनके पास बहुत संपत्ति थी। उन्होंने सोचा कि वह अपनी सारी संपत्ति बांके बिहारी के नाम कर देगी।
कहते हैं कि इस प्रेम से कन्हैया भी खुद को उनका पुत्र मानने लगे और वह उनके अकेलेपन को देखकर उनके साथ जाने के लिए तैयार हो गए। जैसे ही वृद्धा घर के लिए जाने लगी तो बांके बिहारी भी उनके साथ चल दिए। जब अगले दिन मंदिर खुला और पुजारी ने देखा कि बांके बिहारी वहां नहीं हैं तो सब ने खोजना शुरू किया। तब खोजते खोजते उस महिला के घर पहुंच गए, जहां बांके बिहारी थे। तब उन्होंने बांके बिहारी से प्रार्थना की कि वे अपने घर में लौट चलें। तब बांके बिहारी जी मान गए। तभी से 2 मिनट के अंतराल पर बिहारी जी का पर्दा डाला जाता है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 10 September 2024 at 11:16 IST