अपडेटेड 19 June 2025 at 22:10 IST

Premanand Maharaj: भगवान के मंत्र लिखे कपड़े पहनने वालों को प्रेमानंद महाराज की चेतावनी? खिलवाड़ ना करें वर्ना...

Premanand Maharaj: भगवान के नाम या मंत्र लिखे हुए कपड़े पहहने वालों के प्रेमानंद महाराज ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह अमंगलकारी है। मंत्रों का कीर्तन भी नहीं करना चाहिए। भगवान के नाम का कीर्तन करना चाहिए।

प्रेमानंद महाराज की चेतावनी | Image: X/RadhaKeliKunj

Premanand Maharaj: प्रेमानंद महाराज के सत्संग सुनने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों को सुनकर आज लाखों युवा अपने जीवन में अध्यात्म के रंग भर रहे हैं और अपने जीवन को सफल बना रहे हैं। प्रेमानंद महाराज एकांतिक वार्तालाप के दौरान भक्तों के सवालों के जवाब आध्यात्मिक तरीके से होते हैं।

एकांतिक वार्तालाप के दौरान जब एक लड़का ओम नमः शिवाय मंत्र लिखा हुआ कुर्ते पहनकर प्रेमानंद महाराज के पास पहुंचा तो उन्होंने जैसे ही उस लड़के को देखा और कहा यह जो वस्त्र आप पहने हो यह वस्त्र मत पहनना क्योंकि इसमें मंत्र लिखा हुआ है।

मंत्र लिखे हुए कपड़े नहीं पहनने चाहिए- प्रेमानंद महाराज

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि यह कलयुगी लोग ऐसा शुरू कर दिए हैं। यह निषिद्ध है इसमें जो मंत्र लिखा हुआ है यह वैदिक मंत्र है, यह हृदय में लिखा होना चाहिए, कपड़े में नहीं। यह बाहर उच्चारण नहीं किया जाता। यह गुरु से लेकर अंदर ही अंदर जपा जाता है। जो आज लोग कीर्तन करते हैं, द्वादशाक्षर मंत्र, पंचाक्षरी मंत्र, यह अमंगलकारी है, भगवान के नाम का कीर्तन मंगलकारी है।

मंत्रों का कीर्तन नहीं करना चाहिए अह अमंगलकारी है- प्रेमानंद महाराज

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि मंत्र उपांशु या मानसिक जपा जाता है, वाचिक भी नहीं, कीर्तन की क्या बात है। पर आज्ञान की वृद्धि हो रही है, कलयुग का प्रभाव बढ़ रहा है तो गायत्री मंत्र, शिव मंत्र, वासुदेव मंत्र, इन सब का कीर्तन किया जाता है। यह बुद्धि भ्रष्ट करने वाला कार्य है। यह समझते हैं कि अच्छा होता है, नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। मंत्रों का कीर्तन नहीं करना चाहिए। यह सब अमंगलकारी है, मंगल नहीं हो सकता। इस कुर्ते को उतार करके यमुना जी में प्रवाहित कर देना और नया ले लेना। 

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 19 June 2025 at 21:22 IST