अपडेटेड 4 November 2025 at 16:12 IST

Kartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा पर गलती से भी न करें ये चीजें, छिन जाएगा सुख-चैन और घर में आएगी दरिद्रता

Kartik Purnima Kab Hai: कार्तिक पूर्णिमा का दिन सिर्फ पूजा का नहीं बल्कि आत्म-शुद्धि और भक्ति का दिन है। इस दिन किए गए अच्छे कर्म जीवन में सुख-समृद्धि लाते हैं।

कार्तिक पूर्णिमा के नियम | Image: Meta AI

Dev Deepawali 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा का दिन साल के सबसे पवित्र दिनों में से एक माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु, भगवान शिव और देवी लक्ष्मी की पूजा का खास महत्व होता है। माना जाता है कि इस दिन किया गया दान, स्नान और दीपदान हजार गुना फल देता है। लेकिन शास्त्रों में यह भी कहा गया है कि अगर इस दिन कुछ गलतियां हो जाएं, तो देवी-देवता नाराज हो जाते हैं और घर में दरिद्रता, कलह और परेशानियां बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा 2025 पर कौन सी चीजें भूलकर भी नहीं करनी चाहिए -

झगड़ा या गुस्सा करने से बचें

कार्तिक पूर्णिमा का दिन शांत मन से पूजा-पाठ और भक्ति के लिए होता है। इस दिन घर में झगड़ा या किसी से बहस करना बहुत अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी नाराज हो सकते हैं और घर का सुख-शांति खत्म हो सकती है।

दीपक न बुझने दें

कार्तिक पूर्णिमा की रात दीपदान का विशेष महत्व है। गंगा, सरोवर या घर के मंदिर में जलाया गया दीपक पूरी रात जलना चाहिए। इसे बुझाना या गलती से बुझ जाने देना अपशकुन माना जाता है। यह माना जाता है कि ऐसा करने से धन की हानि और दरिद्रता का प्रभाव बढ़ सकता है।

दूसरों का अपमान या बुरा बोलना नहीं चाहिए

इस दिन किसी की निंदा, आलोचना या अपमान करना बहुत बड़ा पाप बताया गया है। कार्तिक पूर्णिमा को भगवान स्वयं पृथ्वी पर आते हैं, इसलिए इस दिन हर किसी के साथ प्रेम और विनम्रता से व्यवहार करें।

मांस, शराब या नशे से दूर रहें

कार्तिक पूर्णिमा को पूर्ण रूप से सात्विक दिन माना गया है। इस दिन मांसाहार, शराब या किसी भी तरह के नशे का सेवन करना धार्मिक दृष्टि से गलत है। ऐसा करने से पुण्य नष्ट हो जाता है और पाप लगता है।

लक्ष्मी पूजन के बाद झाड़ू या सफाई न करें

शाम को लक्ष्मी पूजन के बाद झाड़ू लगाने या घर की सफाई करने से देवी लक्ष्मी के घर से जाने का डर रहता है। इसलिए पूजा के बाद घर का दरवाजा खुला छोड़ें और दीपक जलते रहने दें ताकि माता लक्ष्मी का आगमन हो सके।

गरीबों को अपमानित न करें

इस दिन दान करने का विशेष महत्व होता है। लेकिन अगर कोई जरूरतमंद आपसे मदद मांगे और आप उसे डांट दें या अपमानित करें, तो यह बहुत बड़ा पाप माना जाता है। कोशिश करें कि किसी भूखे को भोजन कराएं या गरीबों में कपड़े, अन्न या जरूरत का सामान बांटें।


कार्तिक पूर्णिमा 2025 का दिन सिर्फ पूजा का नहीं बल्कि आत्म-शुद्धि और भक्ति का दिन है। इस दिन किए गए अच्छे कर्म जीवन में सुख-समृद्धि लाते हैं, वहीं छोटी सी गलती भी नकारात्मक प्रभाव दे सकती है। इसलिए इस दिन मन, वचन और कर्म से शुद्ध रहकर भगवान विष्णु, लक्ष्मी और शिव की पूजा करें और दीपदान जरूर करें।

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Published By : Sujeet Kumar

पब्लिश्ड 4 November 2025 at 16:12 IST