अपडेटेड 23 August 2025 at 20:38 IST

Ganesh Chaturthi 2025: गणेश चतुर्थी कैसे बना महाराष्ट्र का सबसे बड़ा त्योहार? जानिए रोचक तथ्य

Ganesh Chaturthi 2025: हर साल गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे देश में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। अब ऐसे में सवाल है कि महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी का त्योहार का क्या महत्व है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

Ganesh Chaturthi 2025 | Image: Freepik

Ganesh Chaturthi 2025:  हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का व्रत खासतौर से महाराष्ट्र में मनाया जाता है। यहां बेहद भव्य तरीके से इस उत्सव को 10 दिनों तक मनाया जाता है और अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश का विसर्जन किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जिस भी व्यक्ति के जीवन में कोई भी परेशानी आ रही है तो उसे बप्पा की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ करना चाहिए। उनकी कृपा से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर केवल महाराष्ट्र में ही क्यों गणेश चतुर्थी का उत्सव पूरे धूमधाम के साथ मनाया जाता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

जानें गणेश चतुर्थी की शुरुआत महाराष्ट्र में कैसे हुई? 

महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी मनाने का श्रेय स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को जाता है। उन्होंने  1893 में तिलक ने इसे एक सामाजिक और सांस्कृतिक आंदोलन के रूप में उभारने की शुरुआत की। उस समय ब्रिटिश सरकार ने भारतीयों के एकजूट होने पर पाबंदियां लगाई थीं। तिलक जी ने गणेश चतुर्थी को एक ऐसा माध्यम बनाया। जिसमें जनता की एकजूटता दिखे। इसलिए यह उत्सव और भी अधिक खास बन गया। तिलक जी ने गणेश जी को ‘सबके भगवान’ कहते हुए इस उत्सव को भारतीय त्योहार के रूप में घोषित किया। 

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इतना ही नहीं, छत्रपति शिवाजी के समय महाराष्ट्र के हर गांव और हर कस्वें में गणपति की पूजा होती है। भगवान गणेश पेशवा के कुल देवता भी माने जाते हैं।

मुंबई के अलावा इन जगहों पर भी गणेश उत्सव का धूम

गणेश चतुर्थी का त्योहार मुंबई में विशेष रूप से मनाया जाता है। इतना ही नहीं, यह त्योहार पूणे, हैदराबाद, गोवा और दिल्ली में खासतौर से मनाई जाती है। अलग-अलग जगह भगवान गणेश को विभिन्न विधि से विसर्जित किया जाता है और सभी भक्ति यह उत्सव पूरे धूमधाम के साथ मनाते हैं।

Published By : Aarya Pandey

पब्लिश्ड 23 August 2025 at 20:38 IST