अपडेटेड 26 August 2025 at 16:08 IST

Ganesh Chaturthi 2025 Puja Muhurat: क्या है गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त? जानिए नियम और पूजा विधि

गणेश चतुर्थी 2025 के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में जानें। गणपति स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा के लिए 36 मिनट का समय सबसे शुभ होगा।

गणेश चतुर्थी | Image: ANI

Ganesh Chaturthi 2025: गणेश चतुर्थी भाद्र मास की शुक्ल पक्ष चतुर्थी को मनाया जाता है। इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को है यानी कल (बुधवार) इस दिन गणपति की प्रतिमा स्थापित की जाती है और उनकी पूजा विधि विधान सहित की जाती है। 

शास्त्रों के मुताबिक, भगवान गणेशजी का प्राकट्य भाद्र मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को है। इस साल भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि का आरंभ दिन में 1 बजकर 55 मिनट से हो रहा है जबकि 27 अगस्त को दिन में 3 बजकर 45 मिनट तक चतुर्थी तिथि व्याप्त रहेगी। गणपति स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त 11 बजकर 7 मिनट से 12 बजकर 42 मिनट तक रहेगा।

11 बजकर 7 मिनट से शुरू होगा शुभ मुहूर्त

गणपति स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा के लिए कुछ खास नियमों का पालन करना होता है। ओम गं गणपतये नमः मंत्र से गणेशजी की स्थापना और पूजन करें। गणपति की प्रतिमा स्थापित करने से पहले घर को साफ-सुथरा करें और पूजा स्थल को सजाएं।

हिंदू धर्म में गणेश उत्सव का काफी महत्व है। इस त्योहार के दौरान लोग गणपति की प्रतिमा स्थापित करते हैं और उनकी पूजा करते हैं। गणेश उत्सव के दौरान लोग अपने घरों में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। गणेश चतुर्थी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो भाद्र मास की शुक्ल पक्ष चतुर्थी को मनाया जाता है। गणपति स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना जरूरी है। ओम गं गणपतये नमः मंत्र से गणेशजी की स्थापना और पूजन करें और गणेश उत्सव का आनंद लें।

शास्त्रों के मत और पंचांग की गणना के अनुसार 27 अगस्त को गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त 11 बजकर 7 मिनट से लेकर 12 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। 

गणपति पूजा विधि

  • गणेश चतुर्थी की पूजा विधि शास्त्रों में स्पष्ट की गई है। भक्त को सुबह स्नान-ध्यान करने के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
  • घर के ईशान कोण में एक चौकी पर पीला कपड़ा बिछाएं।
  • उस पर गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित करें।
  • गंगाजल से स्नान कराकर सिंदूर का तिलक करें।
  • पूजा में दूर्वा घास, मोदक, नैवेद्य, नारियल और गन्ना अर्पित करें।
  • गणपति अथर्वशीर्ष या गणेश चालीसा का पाठ करें।
  • सुबह और शाम दोनों समय आरती करें।

कब होगा गणपति विसर्जन 2025?

गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक गणपति बप्पा का पूजन होता है। इस दौरान भक्त घर और पंडालों में खास अनुष्ठान करते हैं।

  • गणपति विसर्जन 2025 की तिथि 
  • दिनांक: 06 सितंबर 2025 (शनिवार) 
  • इस दिन भक्त गाजे-बाजे और श्रद्धा के साथ गणपति बप्पा को जल में विसर्जित करते हैं। 

गणेश उत्सव घरों में लाता है सुख-शांति और समद्धि

गणपति की आराधना से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। सनातन परंपरा के मुताबिक, किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणपति पूजन के बिना अधूरी मानी जाती है। यही कारण है कि गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे भारत में अत्यंत धूमधाम से मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी का त्योहार भारत के अधिकांश राज्यों में पारंपरिक रूप से मनाया जाता है, लेकिन महाराष्ट्र राज्य में इसे जिस उत्साह के साथ मनाया जाता है।

यह भी पढ़ें: दहेज प्रताड़ना से तंग आकर 3 साल की बेटी को गोद में लेकर जिंदा जल गई टीचर

Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 26 August 2025 at 16:08 IST