अपडेटेड 15 July 2025 at 20:35 IST
Premanand Maharaj: प्याज और लहसुन खाना पाप है क्या? प्रेमानंद महाराज ने दिया जवाब
Premanand Maharaj: एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से पूछा कि क्या प्याज और लहसुन खाना पाप है? इसके जवाब में प्रेमानंद महाराज ने क्या कहा?
राधावल्लभ संप्रदाय के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj) के प्रवचन आज हर घर में गूंज रहे हैं श्रीमान महाराज वृंदावन में बैठकर दुनिया भर में भक्ति मार्ग की को जले हुए हैं आज लाखों की संख्या में युवा प्रेमानंद महाराज के पास पहुंच रहे हैं और अपने जीवन को आध्यात्मिक की ओर मोड़ रहे हैं प्रेमानंद महाराज अपने प्रवचनों के माध्यम से युवाओं को आध्यात्मिक जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए प्रेमानंद महाराज के पास आते हैं प्रेमानंद महाराज उनके प्रश्नों को सुनते हैं और आध्यात्मिक तरीके से उनका उत्तर देते हैं। महाराज के उत्तरों को पाकर भक्त प्रफुल्लित हो जाते हैं और जीवन को भक्तिमय स्वरूप प्रदान करते हैं ऐसे ही एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से पूछा कि क्या प्याज और लहसुन खाना पाप है? इसके जवाब में प्रेमानंद महाराज ने क्या कहा?
प्याज-लहसुन खाना पाप नहीं है, तमोगुणी है- प्रेमानंद महाराज
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि जैसे आलू पैदा होता है, वैसे ही प्याज पैदा होती है, ठीक उसी जगह, उसी भूमि में, उसी पद्धिति से प्याज पैदा होती है। बस अंतर ये है कि इसका प्रभाव घोर तमोगुणी है। इसलिए संत जनों ने इसे निषेध किया है। क्योंकि हमको तमोगुण, रजोगुण त्यागकर सतोगुण बढ़ाकर भजन में आगे बढ़ना है। प्याज खाना कोई पाप वाला कार्य नहीं है, जैसे मांस, मदिरा है। प्याज खाना पाप नहीं है लेकिन भजन में विघ्न डालता है।
नाम जप की शक्ति आंतरिक रुप से मजबूत करती है- प्रेमानंद महाराज
नाम जप को लेकर प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि इससे आपके अंदर आध्यात्मिक बल की उत्पत्ति होती है जिसके कारण आप पाप कर्मों को करने से बच जाते हैं। जब भी आप कोई पाप कर्म करने जाते हैं तो नाम जप के प्रभाव से आपके भीतर उसे न करने की इच्छा प्रबल होती चली जाती है। धीरे-धीरे जब आप नामजप के अभ्यास को बढ़ाते हैं तो नामजप की शक्ति आपको आंतरिक रूप से मजबूत करती है और गलत कामों को करने से रोकती हैं और जब आप गलत काम नहीं करते हैं। ईश्वर का लगातार भजन करते हैं, नाम लेते हैं, इससे आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं और ईश्वर प्राप्ति की तरफ आप तेजी से आगे बढ़ते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 15 July 2025 at 20:35 IST