अपडेटेड 29 October 2025 at 11:22 IST

Devuthani Ekadashi 2025 : देवउठनी एकादशी के दिन जरूर करें इन चमत्कारी मंत्रों का जाप, चमक उठेगा आपका भाग्य

Devuthani Ekadashi 2025 : देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। क्योंकि इस दिन वह योग निद्रा के बाद जागते हैं और सभी मांगलिक कार्य आरंभ हो जाते हैं। अब ऐसे में इस दिन कुछ ऐसे मंत्र हैं, जिनका जाप करने से भाग्योदय हो सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

Devuthani Ekadashi 2025 | Image: Freepik

Devuthani Ekadashi 2025 : हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इसे देवोत्थान एकादशी या देव प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं। यह दिन हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इसी दिन सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु चार माह की योगनिद्रा से जागकर पुनः सृष्टि का कार्यभार संभालते हैं। 

इस साल देवउठनी एकादशी का व्रत 01 नवंबर को रखा जाएगा। अब ऐसे में इस दिन कुछ ऐसे मंत्र हैं, जिनके जाप करने मात्र से ही व्यक्ति को शुभ परिणाम देखने को मिल सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

भगवान विष्णु को जगाने का मंत्र 

देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को निद्रा से जगाते समय इस मंत्र का जाप अवश्य करें। यह मंत्र श्री हरि से संसार के कल्याण के लिए जागृत होने की प्रार्थना है। इससे उत्तम फलों की प्राप्ति हो सकती है। 
उत्तिष्ठोत्तिष्ठ गोविंद त्यज निद्रां जगत्पते।
त्वयि सुप्ते जगन्नाथ जगत सुप्तं भवेदिदम्‌।
उत्थिते चेष्टते सर्वमुत्तिष्ठोत्तिष्ठ माधव।।

भगवान विष्णु के मूल मंत्र का करें जाप 

भगवान विष्णु का यह मूल मंत्र जाप करने में अत्यंत सरल और शक्तिशाली है। इसे जपते रहने से मन को शांति मिलती है और हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है। 
ऊं नमो भगवते वासुदेवाय

भगवान विष्णु के महामंत्र का करें जाप 

भगवान विष्णु का महामंत्र जाप करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है। देवउठनी एकादशी के दिन यह मंत्र पढ़ने से भाग्योदय हो सकता है। 
ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्।।

भगवान विष्णु का ध्यान मंत्र का जाप करें 

पूजन के दौरान भगवान विष्णु के स्वरूप का ध्यान करते हुए इस मंत्र का उच्चारण करने से जीवन के सभी भय और कष्ट दूर होते हैं। 
शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्
विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥

ये भी पढ़ें - Gopashtami 2025 Upay: गोपाष्टमी के दिन गौ माता को जरूर खिलाएं ये 5 चीजें, जीवन के सभी कष्ट होंगे दूर

देवउठनी एकादशी के दिन करें तुलसी मंत्र का जाप 

देवउठनी एकादशी के अगले दिन तुलसी विवाह भी होता है। इस दिन तुलसी माता की पूजा करते समय उनके आठ नामों के मंत्र का जाप करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-संपदा का वास होता है:
वृन्दा वृन्दावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।
पुष्पसारा नन्दिनीच तुलसी कृष्ण जीवनी।।

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 29 October 2025 at 11:22 IST