अपडेटेड 8 November 2025 at 07:49 IST
Saturday Mantras: आज शनिवार के दिन जरूर करें शनिदेव के इन मंत्रों का जाप, साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ प्रभाव होंगे दूर
Saturday Mantras: आज शनिवार है और यह दिन शनिदेव को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि अगर आपके जीवन में कोई भी बाधा आ रही है तो आप इस दिन शनिदेव के कुछ खास मंत्र है, जिसका जाप करने से लाभ हो सकता है। आप भी आज जरूर इन मंत्रों का जाप करें।
Saturday Mantras: ज्योतिष शास्त्र में न्याय के देवता शनिदेव को कर्मफल दाता कहा जाता है। वे न केवल परिश्रम का फल देते हैं, बल्कि व्यक्ति को उसके बुरे कर्मों का दंड भी देते हैं। जब किसी जातक पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चलती है, तो जीवन में मुश्किलें,रोग और आर्थिक संकटों की भरमार हो जाती है।
लेकिन शास्त्रों में इसका समाधान भी बताया गया है। शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है, और इस दिन विधि-विधान से उनके मंत्रों का जाप करने से शनिदेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और उनके अशुभ प्रभावों को दूर करते हैं।
आपको बता दें, शनिदेव शांत, गंभीर और तपस्वी ग्रह हैं। उनका आशीर्वाद जीवन में अनुशासन, स्थिरता लाता है। अब ऐसे में जिस भी जातक की कुंडली में साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है तो उन्हें आज शनिवार के दिन कुछ मंत्र है, जिसका जाप करने से लाभ हो सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
रोगदोष से छुटकारा पाने के लिए मंत्र जाप
आगर आपको शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो आप इस दिन शनिदेव के मंत्र का 11 बार जाप करें। इससे शुभ परिणाम मिल सकते हैं।
- ॐ शं शनैश्चराय नमः
- अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेहर्निशं मया। दासोयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर॥
कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्ति के लिए मंत्र जाप
अगर आपको मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है तो आप शनिवार के दिन शनिदेव के इस मंत्र का जाप करें। इसेस लाभ हो सकता है।
- ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये। शंयोरभिस्त्रवन्तुनः॥
- ऊँ हलृशं शनिदेवाय नमः
बाधाओं से छुटकारा पाने के लिए मंत्र जाप
अगर आपको बार-बार बाधाओं का सामना करा पड़ रहा है तो शनिदेव के इस मंत्र का 31 बार जाप करें।
- ॐ काकध्वजाय विद्महे, खड्गहस्ताय धीमहि, तन्नो मन्दः प्रचोदयात्॥
शनिदोष के अशुभ प्रभावों से छुटकारा पाने के लिए मंत्र जाप
अगर आपकी कुंडली में साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है तो आप शनिदेव के इस मंत्र का 21 बार जाप करें। इससे भाग्योदय हो सकता है।
- ॐ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्। छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्
- ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः॥
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 8 November 2025 at 07:49 IST