अपडेटेड 26 March 2025 at 16:26 IST
Chanakya Niti: कौन अपना कौन है पराया? चाणक्य ने बताया कैसे परखें
Chanakya Niti: कौन आपका अपना है और कौन पराया, इसकी पहचान कुछ परिस्थिति में होती है। जानते हैं इन परिस्थितियों के बारे में...
Chanakya Niti : आज कल कौन अपना है और कौन पराया, इस बात का अनुमान लगाना थोड़ा मुश्किल है। ऐसे में लोग जल्दी धोखा खा बैठते हैं वहीं जो अपना है उसे खुद से दूर कर देते हैं। बता दें कि आचार्य चाणक्य ने अपनी नातियों के माध्यम से बताया है कि व्यक्ति अपना है या पराया इसका अनुमान कैसे लगाया जा सकता है।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि लोगों को आचार्य चाणक्य के अनुसार हमें लोगों को कैसे परखना चाहिए। पढ़ते हैं आगे...
आचार्य चाणक्य की इन बातों का रखें ख्याल
जानीयात् प्रेषणे भृत्यान् बान्धवान् व्यसनागमे।
मित्रं चापत्तिकाले तु भार्यां च विभवक्षये।।
- आचार्य चाणक्य ने अपने इस श्लोक के माध्यम से बताया है कि व्यक्ति का कौन अपना है और कौन पराया है।
- आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी सेवन की पहचान तब होती है जब उसके कोई महत्वपूर्ण काम दिया जाता है। बता दें उस वक्त उसके चरित्र का पता चलता है। ऐसे में सेवक की ईमानदारी की जांच इस वक्त की जाती है।
- चाणक्य नीति के मुताबिक, सगे-संबंधी और बंधु-बांधवों की पहचान करना चाहते हैं तो विपत्ति के समय का इंतजार करें। इन लोगों की पहचान विपत्ति को समय में होती है। जब आप पर कोई कष्ट आता है तो ऐसे में आप ये देखें कि इस समय में कौन आपके साथ है। ऐसे में फेक लोगों से थोड़ा सा सतर्क रहें।
- आचार्य चाणक्य के मुताबित, पत्नियों को भी परखने का सही समय है। उन्होंने बताया है कि जब पति के पास पैसा न हो के पास धन नहीं हो या पति की परिस्थिति बिगड़ गई हो या अचानक से कोई बड़ी हानि हो गई है, तो ऐसे समय में यदि पत्नी आपके साथ तो वो आपको दिल से पसंद करती है और अगर पत्नी आपको छोड़ कर चली जाए तो इसका मतलब यह है कि उसने हमेशा आपके पैसे से प्यार है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 26 March 2025 at 16:24 IST