अपडेटेड 2 December 2025 at 14:01 IST
Bhaum Pradosh Vrat 2025: भौम प्रदोष व्रत के दिन करें शिवलिंग से जुड़ा ये खास उपाय, पुराने कर्ज से मिलेगी मुक्ति और आएगी खुशहाली
Bhaum Pradosh Vrat 2025 पर शिवलिंग से जुड़ा एक विशेष उपाय करने से पुराने कर्ज से मुक्ति मिल सकती है और जीवन में खुशहाली आती है। जानें पूजा की सही विधि, शुभ मुहूर्त और इस उपाय का महत्व।
Shivling Remedy For Bhaum Pradosh Vrat 2025: भौम प्रदोष व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित एक विशेष व्रत है, जो मंगलवार के दिन पड़ने वाली त्रयोदशी तिथि पर किया जाता है। इस व्रत का सीधा संबंध मंगल ग्रह से होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल ग्रह कर्ज, भूमि, साहस और ऊर्जा से जुड़ा माना जाता है। इसलिए भौम प्रदोष व्रत विशेष रूप से कर्ज मुक्ति और मंगल दोष को शांत करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 में भौम प्रदोष व्रत 02 दिसंबर को रखा जाएगा। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा करने पर जीवन में खुशहाली, कर्ज से राहत और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। तो चलिए जानते हैं इस दिन किए जाने वाले खास उपाय और विधि-विधान।
भौम प्रदोष व्रत का महत्व
- मंगल ग्रह के दोष शांत होते हैं।
- कर्ज से मुक्ति मिलती है।
- आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
- जीवन की परेशानियां कम होती हैं।
- घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
भौम प्रदोष व्रत पर शिवलिंग से जुड़े खास उपाय
मसूर दाल अर्पित करें
मंगल ग्रह का संबंध मसूर दाल से माना जाता है। इस दिन शिवलिंग पर एक मुट्ठी मसूर दाल अर्पित करने से पुराने कर्ज से छुटकारा मिलता है और धन-धान्य में वृद्धि होती है।
गुलाब जल या लाल चंदन से अभिषेक करें
- मंगल ग्रह को लाल रंग बहुत प्रिय है।
- इसलिए भौम प्रदोष के दिन शिवलिंग पर गुलाब जल चढ़ाएं और लाल चंदन का लेप लगाएं।
- इससे मंगल ग्रह की नकारात्मक ऊर्जा कम होती है और शुभ फल बढ़ते हैं।
शिवलिंग पर शहद अर्पित करना
- शहद शिवजी को बहुत प्रिय माना गया है।
- अभिषेक करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता हैऔर जीवन की परेशानियां दूर होती हैं।
गंगाजल और गाय के दूध से अभिषेक
यह अभिषेक सभी प्रकार के दोषों का नाश करता है। शिवलिंग पर गंगाजल और गाय के दूध से अभिषेक करने पर घर में खुशहाली आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
बेलपत्र अर्पित करना
भगवान शिव को बेलपत्र बेहद प्रिय हैं। इस दिन कम से कम 11 बिल्व पत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र के साथ अर्पित करें।
इससे मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में शांति और सफलता आती है।
खास भोग लगाना
शिवजी को इस दिन गुड़ से बनी मिठाई या लाल रंग की मिठाई का भोग लगाएं। इससे कार्यक्षेत्र में बरकत बनी रहती है और आर्थिक स्थिति सुधरती है।
भौम प्रदोष व्रत 2025 पूजा विधि (Bhaum Pradosh Vrat Puja Rituals)
सुबह की तैयारी
- जल्दी उठकर स्नान करें।
- भगवान शिव का ध्यान कर व्रत का संकल्प लें।
संध्याकाल की पूजा
- क्योंकि प्रदोष काल सूर्यास्त के बाद का समय होता है, इसलिए इस समय पूजा सबसे शुभ मानी जाती है।
- साफ वस्त्र पहनें।
- भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें।
- शिवलिंग पर मसूर दाल, गुलाब जल, लाल चंदन, शहद, गंगाजल, दूध और बिल्व पत्र चढ़ाएं।
- शिव चालीसा का पाठ करें।
- ‘ॐ ऋणमुक्तेश्वर महादेवाय नमः’ मंत्र का जाप करें।
- देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें।
- पूजा के बाद सभी में प्रसाद वितरित करें।
भौम प्रदोष व्रत 2025, 02 दिसंबर को आने वाला एक अत्यंत शुभ अवसर है। इस दिन बताए गए उपायों को करने से मंगल दोष शांत होता है, पुराने कर्ज से मुक्ति मिलती है और जीवन में स्थिरता और खुशहाली आती है। भगवान शिव की कृपा से हर प्रकार की बाधा दूर होकर जीवन में नई ऊर्जा प्रवेश करती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 2 December 2025 at 14:01 IST