अपडेटेड 24 October 2024 at 06:39 IST
Ahoi Ashtami 2024: आज है अहोई अष्टमी, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Ahoi Ashtami 2024: अहोई अष्टमी व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है, साथ ही तारों को अर्घ्य देने के शुभ मुहूर्त के बारे में भी जानेंगे...
Ahoi Ashtami 2024: बता दें कि अहोई अष्टमी का व्रत संतान के स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना के लिए रखा जाता है। यह व्रत हर साल कार्तिक महीने में आने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रखा जाता है। ये अष्टमी बेहद ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस साल यह त्यौहार 24 अक्टूबर दिन गुरुवार को रखा जा रहा है। ऐसे में बता दें कि महिलाएं आज के दिन निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को तारों की छांव में अर्घ्य देकर व्रत का पारण करती हैं। ऐसे में व्रत रखने वाली महिलाओं को शुभ मुहूर्त के बारे में पता होना जरूरी है।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है। पढ़ते हैं आगे…
अहोई अष्टमी का शुभ मुहूर्त क्या है?
बता दें कि अहोई अष्टमी की पूजा का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर को शाम 5:41 से शुरू हो रहा है और इसका समापन 6:58 पर होगा। वही तारे देखने का शुभ समय 6:05 तय है।
अहोई अष्टमी पूजा कैसे करें?
इस व्रत को करने के लिए माताएं आज ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि करें और साफ कपड़े पहनें। फिर पूजा के लिए गंगाजल का छिड़काव करें और दीवार पर अहोई माता की तस्वीर बनाएं या बाजार से लाकर चिपकाएं। उसके बाद कलश में जल भरकर माता अहोई कथा का श्रवण करें। फिर माता को पूरी आदि का भोग लगाएं। इसके बाद महिलाएं तारा या चंद्रमा को अर्घ्य दें और व्रत का पारण करें। बता दें कि अहोई माता के लिए माता चांदी की अहोई भी बनाती हैं, जिससे स्याऊ कहते हैं। उसमें चांदी के दो मोती डालकर पूजा करें, उसके बाद जब पूजा संपन्न हो जाए तो उन दो मोतियों को अपने गले में धारण कर लें और दिवाली के बाद किसी शुभ मुहूर्त पर गुड़ घी से पूजा करके उसे उतारें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 24 October 2024 at 06:39 IST