अपडेटेड 30 March 2025 at 13:56 IST

PM मोदी ने दीक्षाभूमि का दौरा किया, कहा: विकसित एवं समावेशी भारत ही आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को नागपुर में दीक्षाभूमि पर डॉ. बी आर आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। दीक्षाभूमि पर डॉ. भीमराव आंबेडकर ने 1956 में अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को नागपुर में दीक्षाभूमि पर डॉ. बी आर आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। दीक्षाभूमि पर डॉ. भीमराव आंबेडकर ने 1956 में अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था। मोदी ने दीक्षाभूमि में आगंतुकों की डायरी में अपने संदेश में लिखा कि ‘‘विकसित और समावेशी भारत’’ का निर्माण करना भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार डॉ बी. आर. आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और इसके दूसरे सरसंघचालक एम एस गोलवलकर को समर्पित स्मारकों पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद वह दीक्षाभूमि पहुंचे।

 

वह दीक्षाभूमि में स्तूप के अंदर गए और वहां रखीं आंबेडकर की अस्थियों पर पुष्पांजलि अर्पित की।इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। वे दोनों नागपुर से हैं। मोदी ने दीक्षाभूमि में आगंतुकों की डायरी में लिखा, ‘‘मैं अभिभूत हूं कि मुझे नागपुर में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के पांच पंचतीर्थों में शामिल दीक्षाभूमि पर आने का अवसर मिला। बाबासाहेब के सामाजिक समरसता, समानता और न्याय के सिद्धांतों को यहां के पवित्र वातावरण में हर कोई महसूस कर सकता है।’’ उन्होंने कहा कि दीक्षाभूमि लोगों को गरीबों, वंचितों और जरूरतमंदों के लिए समान अधिकार एवं न्याय की व्यवस्था के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।

देश को प्रगति की नयी ऊंचाइयों पर ले जाएंगे-PM मोदी

मोदी ने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि इस अमृत कालखंड में हम बाबासाहेब आंबेडकर के मूल्यों और शिक्षाओं के साथ देश को प्रगति की नयी ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। एक विकसित और समावेशी भारत का निर्माण ही बाबासाहेब को सच्ची श्रद्धांजलि होगा।’’ दीक्षाभूमि का प्रबंधन करने वाली डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक समिति के प्रतिनिधि डॉ. राजेंद्र गवई ने कहा कि स्मारक पर डॉ. आंबेडकर की अस्थियों के समक्ष नतमस्तक होकर मोदी ने स्वयं को धन्य महसूस किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संदेश दिया कि अपनी विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए दूसरों की विचारधारा का भी सम्मान करना चाहिए।

 

गवई ने कहा कि संघभूमि और दीक्षाभूमि नागपुर में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री के संदेश को विस्तार से समझाते हुए कहा कि व्यक्ति अपनी विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए दूसरों का भी सम्मान कर सकता है। उन्होंने कहा कि संविधान में सभी का सम्मान करने का प्रावधान है। प्रतिनिधि ने बताया कि यह दीक्षाभूमि की मोदी की (2017 के बाद) दूसरी यात्रा है।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 30 March 2025 at 13:56 IST