अपडेटेड 29 August 2025 at 00:00 IST
PM Modi Japan Visit: 50 फीसदी ट्रंप टैरिफ के बीच पीएम मोदी का जापान दौरा क्यों है अहम?
पीएम मोदी चीनी से पहले जापान यात्रा के लिए नई दिल्ली से रवाना हो चुके हैं। ट्रंप टैरिफ के बीच पीएम मोदी का जापान दौरा अहम माना जा रहा है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी SCO में शामिल होने के लिए चीन दौरे पर जाने वाले हैं। पीएम मोदी के चीन दौरे से पहले उनका जापान दौरा काफी अहम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 29 से 30 अगस्त तक जापान की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा के लिए आज यानि कि गुरुवार को नई दिल्ली से रवाना हुए। यह लगभग सात वर्षों में उनकी पहली जापान यात्रा है।
पीएम मोदी की यह यात्रा जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के निमंत्रण पर हो रही है। अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी अपने जापानी समकक्ष के साथ वार्षिक शिखर बैठक करेंगे। जापान यात्रा के बाद, प्रधानमंत्री 31 अगस्त से 1 सितंबर तक तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा करेंगे। ट्रंप टैरिफ के बीच पीएम मोदी का ये दौरा अहम माना जा रहा है।
पीएम मोदी का जापान दौरा अहम क्यों?
जापान दौरे से पहले पीएम मोदी ने एक बयान जारी कर यात्रा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत और जापान अपनी विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के "अगले चरण" पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिसमें पिछले 11 महीनों में लगातार प्रगति हुई है। उन्होंने लिखा, "हम अपने सहयोग को नई उड़ान देने, अपने आर्थिक और निवेश संबंधों के दायरे और महत्वाकांक्षाओं का विस्तार करने, और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तथा सेमीकंडक्टर सहित नई और उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। यह यात्रा हमारे सभ्यतागत बंधनों और सांस्कृतिक संबंधों को मज़बूत करने का भी एक अवसर होगी जो हमारे लोगों को जोड़ते हैं।"
शिखर सम्मेलन के दौरान, दोनों प्रधानमंत्री अपने संबंधों की गहन समीक्षा करेंगे, पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति का जायजा लेंगे, और हमेशा की तरह, आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
यह शिखर सम्मेलन भारत-जापान संबंधों में और अधिक लचीलापन लाने और उभरती वैश्विक चुनौतियों से निपटने के उद्देश्य से नई पहल शुरू करने का अवसर प्रदान करेगा। कार्यक्रम में टोक्यो के बाहर एक यात्रा भी शामिल है, जो दोनों नेताओं के लिए एक बार फिर उत्सुकता का विषय होगी।
इस यात्रा में प्रधानमंत्री मोदी और जापान के कई अन्य राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ जापान में भारत के मित्रों के साथ बातचीत भी शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी जापानी और भारतीय उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ एक व्यापारिक नेताओं के मंच में भी भाग लेंगे। इन मुलाकातों का उद्देश्य दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी संबंधों को गहरा करना है। यह यात्रा लगभग सात वर्षों में मोदी की पहली जापान यात्रा और इशिबा के साथ उनकी पहली वार्षिक शिखर बैठक है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 29 August 2025 at 00:00 IST