अपडेटेड 30 May 2025 at 16:18 IST
'दुश्मन कहीं भी हो हौंक दिया जाएगा...', PM Modi ने भरी जनसभा से कानपुरिया अंदाज में पाकिस्तान को दिया संदेश, तालियों से गूंज उठा पंडाल
कानपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय सेना का पराक्रम देख पाकिस्तान गिड़गिड़ाने लगा था और युद्ध रोकने की गुजारिश थी। उन्होंने कानपुरिया अंदाज में कहा- 'दुश्मन कहीं भी हो हौंक दिया जाएगा...।'
PM Modi Kanpur Rally : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के कानपुर में विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद लोगों को संबोधित किया। पीएम ने अपने संबोधन की शुरूआत 'भारत माता की जय...' के साथ की और कानपुर की धरती से पाकिस्तान को नए भारत का संदेश दिया। पीएम ने पहलगाम के कायराना आतंकी हमले में अपनी जान गंवाने वाले कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी को भी याद किया।
कानपुर में पीएम मोदी का ये विकास का कार्यक्रम 14 अप्रैल को होने वाला था, लेकिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कारण दौरा रद्द करना पड़ा था। पीएम ने कहा- 'हमने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकाने घर में घुसकर सैकड़ों मील अंदर जाकर तबाह कर दिए। हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम दिखाया कि पाकिस्तानी सेना को गिड़गिड़ाकर युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा। हमारी बहनों, बेटियों का आक्रोश ऑपरेशन सिंदूर के रूप में पूरी दुनिया ने देखा है।'
'दुश्मन कहीं भी हो होंक दिया जाएगा'
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम की धरती से सेना के शौर्य को बार-बार सैल्यूट किया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, जो दुश्मन गिड़गिड़ा रहा था। वो किसी धोखे में ना रहे, ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। पूरी जनसभा में उस वक्त तालियां गूंज उठ, जब पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दो टूक संदेश देते हुए कानपुरिया अंदाज में कहा-
'अगर मैं सीधे-सीधे कानपुरिया में कहूं तो दुश्मन कहीं भी हो हौंक दिया जाएगा।'
पीएम मोदी के इतना कहते ही जनसभा में शामिल युवाओं को जोश तालियों में बदल गया।
आतंक के खिलाफ तीन सूत्र
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में तीन सूत्र स्पष्ट रूप से तय किए गए हैं।
पहला- भारत हर आतंकी हमले का करार जवाब देगा। उसका समय, जवाब देने का तरीका और जवाब देने की शर्तें हमारी सेनाएं खुद तय करेंगी।
दूसरा- भारत अब पाकिस्तान की एटम बम की गीदड़भभकी से नहीं डरेगा और ना ही उसके आधार पर कोई फैसला लेगा।
तीसरा- आतंक के आका और आतंक की सरपरस्त सरकार को भारत एक ही नजर से देखेगा।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 30 May 2025 at 16:15 IST