अपडेटेड 12 July 2025 at 17:20 IST
Sawan 2025: सावन में दाढ़ी नहीं बनाने को लेकर आस्था के बाद विज्ञान का भी समर्थन, जानें कैसे?
सावन के महीने में दाढ़ी न बनाने से स्किन हील होती है। यहां तक की स्किन शेविंग में इस्तेमाल होने वाले केमिकल से भी बच सकती है।
सावन का महीना आते ही बहुत से लोग दाढ़ी बनवाना छोड़ देते हैं। अक्सर इसे धार्मिक आस्था से जोड़ा जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे विज्ञान भी छुपा है? बता दें कि दाढ़ी न बनवाना ना सिर्फ आपकी आस्था को दर्शाता है, बल्कि त्वचा और हार्मोन के लिए भी फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं कि सावन में दाढ़ी न बनाना क्यों सही फैसला हो सकता है।
त्वचा को मिलती है सुरक्षा
बार-बार शेविंग करने से त्वचा पर जलन, रैशेज और दाने निकल सकते हैं। सावन में वैसे ही मौसम में नमी ज्यादा होती है, जिससे स्किन जल्दी सेंसिटिव हो जाती है। इन दिनों दाढ़ी एक नेचुरल कवच की तरह काम करती है।
रेजर से हो सकते हैं स्किन
हर बार शेव करने से स्किन पर कट लगने, जलन या लाल धब्बे आने का खतरा रहता है। सावन में दाढ़ी न बनाकर आप इन सभी दिक्कतों से बच सकते हैं।
हार्मोनल संतुलन में मदद
दाढ़ी उगना पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन से जुड़ा होता है। जब आप दाढ़ी रखते हैं, तो यह इस हार्मोन की सक्रियता को दर्शाता है। कुछ रिसर्च बताते हैं कि दाढ़ी बढ़ने से टेस्टोस्टेरोन लेवल में स्थिरता बनी रहती है, जो कि आपके ऊर्जा, मूड और मांसपेशियों के लिए अच्छा होता है।
स्किन होती है रिकवर
रेजर चलाने से स्किन की ऊपर की परत बार-बार हटती है। सावन में जब आप शेविंग से ब्रेक लेते हैं, तो स्किन को ठीक होने और खुद को रिपेयर करने का पूरा समय मिलता है। इससे स्किन सॉफ्ट, हेल्दी और फ्रेश दिखती है।
मन को मिलती है शांति
धार्मिक दृष्टिकोण से दाढ़ी न बनाना एक तरह का संयम और आत्म-नियंत्रण का प्रतीक है। इससे मन शांत रहता है, और व्यक्ति खुद से जुड़ाव महसूस करता है। ये मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है।
Published By : Samridhi Breja
पब्लिश्ड 12 July 2025 at 17:20 IST