अपडेटेड 5 July 2024 at 09:09 IST
Mustard Oil Side Effects: अमेरिका में क्यों बैन है सरसों का तेल? रसोई में मौजूद ऑयल के जानें नुकसान
Which country bans mustard oil? भारतीय रसोई में मौजूद सरसों का तेल अमेरिका में बैन है, आखिर ऐसा क्यों है और इसके अधिक सेवन से क्या नुकसान हैं? जानते हैं...
Mustard oil Banned in Which countries: भारतीय रसोई में सरसों के तेल का इस्तेमाल अधिक मात्रा में किया जाता है। वहीं सरसों के तेल से जुड़े स्वास्थ्य लाभ भी किसी से छिपे नहीं है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमेरिका में सरसों के तेल को बैन किया गया है। जी हां, इसके पीछे छिपा कारण न केवल चौंकाने वाला है बल्कि सरसों के तेल का ना इस्तेमाल करना हेल्थ से जुड़ी समस्याओं से जुड़ा है।
ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि अमेरिका में सरसों का तेल क्यों बैन है और भारतीय घरों में इस्तेमाल होने वाले सरसों के तेल के क्या नुकसान हैं। आज का हमारा आर्टिकल इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताएंगे कि अमेरिका में सरसों का तेल क्यों बैन है और इसके क्या नुकसान हैं। पढ़ते हैं आगे…
अमेरिका में क्यों बैन है सरसों का तेल? (Why Mustard Oil Ban in America)
बता दें कि अमेरिका में सरसों का तेल इसलिए बैन है क्योंकि इसमें इरुसिक एसिड मौजूद होता है जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इरुसिक एसिड मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड है जो न केवल दिल से संबंधित समस्याओं का सामना का सकता है बल्कि इससे स्किन से संबंधित और फेफड़ों से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं।
सरसों के तेल के नुकसान (What are the disadvantages of mustard oil?)
- बता दें कि अमेरिका के अलावा 2016 में, Food and Drug Administration (फ़ूड एण्ड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) ने भी इस बात की चेतावनी दी थी कि सरसों के तेल में अधिक मिलावट हो रही है। ऐसे में इसका ज्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
- सरसों के तेल के ज्यादा इस्तेमाल से शरीर में सूजन या जलन की समस्या हो सकती है।
- जैसा कि हमने पहले भी बताया सरसों के तेल में इरुसिक एसिड मौजूद होता है जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
- सरसों के तेल में मौजूद इरुसिक एसिड के कारण ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है इसका ज्यादा इस्तेमाल हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना करा सकता है।
नोट - यहां दिए गए पॉइंट्स हमें यह बताते हैं कि सरसों के तेल का अधिक इस्तेमाल सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में दिल, फेफड़े और स्किन से संबंधित रोगी सरसों के तेल को अपनी डाइट में जोड़ने से पहले एक्सपर्ट की राय जरुर लें।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 5 July 2024 at 08:06 IST