अपडेटेड 21 March 2025 at 09:12 IST
Weight Loss Medicine: अब मोटापा दूर करना चुटकी का काम, चार डोज में घट जाएगा वजन; जानिए भारत में आई दवा की कीमत और असर
Weight loss medicine: अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय बाजारों में पहले से ही लोकप्रिय दवा मौनजारो (Mounjaro) सीडीएससीओ (CDSCO) से स्वीकृति के बाद भारत में भी लॉन्च
Weight loss medicine: भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत का ध्यान रख पाना काफी मुश्किल हो जाता है जिस कारण हम में से कई लोगों को वजन जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है और हम मोटापे की ओर बढ़ जाते हैं। भारत में लगभग हर तीसरा व्यक्ति मोटापे की समस्या से परेशान है। हालांकि अब इन लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि अमेरिकी दवा निर्माता एली लिली एंड कंपनी ने गुरुवार को भारत में अपनी वजन घटाने वाली लोकप्रिय दवा मौनजारो (Mounjaro) को लॉन्च कर दिया है।
इस दवा से मोटापे को हराने में लोगों को काफी मदद मिल सकती है। दरअसल, भारत में मोटापा और उससे संबंधित टाइप-2 डायबिटीज (Type-2 diabetes) एक बड़ी हेल्थ प्रॉब्लम बन चुकी है। पश्चिमी देशों में यह दवा पहले से ही धड़ल्ले से बिक रही है। इस दवा को एक सप्ताह में एक बार इंजेक्शन के तौर पर लिया जाता है।
मौनजारो दवा की कीमत (Mounjaro drug price)
खास बात यह है कि मोटापे और डायबिटीज को कंट्रोल करने वाली मौनजारो दवा की कीमत आम आदमी की जेब में शायद फिट न बैठे। इस दवा की 5 मिलीग्राम डोज की कीमत 4375 रुपये है। वहीं, 2.5 मिलीग्राम के लिए 3500 रुपये खर्च करने होंगे। वहीं, भारत में 2.5 मिलीग्राम डोज के चार शॉट्स का एक महीने का कोर्स 14,000 रुपये के करीब आता है, जबकि ब्रिटेन में इसका खर्च भारतीय मुद्रा में 23,000 से 25,000 के बीच है। यानी कि अगर आपके पास इतना पैसा है तो आप एक इंजेक्शन के जरिए अपने बढ़ते मोटापे पर लगाम लगाने के साथ-साथ डायबिटीज के जोखिम को भी कम कर सकते हैं।
मौनजारो को भारत में स्वीकृति (Mounjaro approved in India)
मौनजारो (Mounjaro) का रासायनिक नाम टिरज़ेपेटाइड (tirzepatide) है। भारत की केंद्रीय दवाइयां मानक नियंत्रण संगठन (Central Drugs Standard Control Organisation) ने 16 जून 2024 को आयात और बिक्री के लिए स्वीकृति दी थी। इस दवा ने क्लिनिकल टेस्ट में वजन घटाने के प्रभाव दिखाए थे। कंपनी की मानें तो रिसर्च में हिस्सा लेने वाले वयस्कों ने 72 सप्ताह में आहार और व्यायाम के साथ 5MG के डोज पर औसतन 21.8 किलोग्राम और न्यूनतम डोज पर 15.4 किलोग्राम वजन कम किया था। जो कि काफी चौंका देने वाला आंकड़ा है।
कई बीमारियों की वजह है मोटापा (Obesity is the cause of many diseases)
मोटापा 200 से ज्यादा हेल्थ प्रॉब्लम के साथ जुड़ा हुआ है, जिसमें हाई ब्लड प्रेशनर, डिसलिपिडेमिया, कोरोनरी हार्ट डिजीज और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया शामिल हैं। यह डायबिटीज का एक प्रमुख जोखिम कारक है। इसलिए इस दवाई को लेने से डायबिटीज का जोखिम काफी हद तक कम होता है।
लिली इंडिया के अध्यक्ष विंसलो टकर (Winselow Tucker, Chairman, Lilly India)
लिली इंडिया (Eli Lilly and Company) के अध्यक्ष और महाप्रबंधक विंसलो टकर (Winselow Tucker) ने कहा, "मोटापे और टाइप 2 डायबिटीज का दोहरा खतरा तेजी से भारत में एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बन हुआ है। लिली सरकार और उद्योग के साथ मिलकर इन रोगों की रोकथाम और मैनेजमेंट को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।"
डॉक्टर की सलाह है जरूरी (Doctor's advice is necessary)
वहीं, दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) में एंडोक्राइनोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. निखिल टंडन ने उभरती हुई एंटी-ओबेसिटी दवाओं के प्रति सतर्क रहने को कहा है, उनका मानना है कि ऐसी दवाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए, वरना ये खतरनाक भी साबित हो सकता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 21 March 2025 at 08:29 IST