अपडेटेड 7 August 2025 at 18:54 IST
क्या आप भी ले जाते हैं टॉयलेट में फोन? हो सकती है ये गंभीर बीमारी, उठना-बैठना भी हो जाएगा मुश्किल
Phone Use in Toilet: डॉक्टरों का कहना है कि जब आप टॉयलेट में फोन लेकर जाते हैं, तो इससे आप बाथरूम में ज्यादा वक्त बिताने लग जाते हैं।
Phone Use in Toilet: अक्सर ऐसा होता है कि लोग टॉयलेट में फोन ले जाते हैं, ये सोचते हुए कि किसी मैसेज का रिप्लाई कर देंगे या कुछ देर रील्स देख लेंगे। हालांकि, वो कुछ देर का वक्त कभी-कभी लंबा भी खिंच जाता है। पिछले कुछ सालों में ये आदत अब कॉमन हो गई है, जिसके कारण कई लोग टॉयलेट में अधिक समय बिताने लगे हैं।
कुछ जानकारों ने इस आदत को खतरे की घंटी बताया है और इसके साइड इफेक्ट्स भी बताए हैं। इनमें से एक जो सबसे खतरनाक बीमारी में बदल सकता है, वो है- पाइल्स यानी बवासीर, जिसे हेमरोइड्स भी कहा जाता है।
फोन चलाने से पाइल्स कैसे हो सकता है?
डॉक्टरों का मानना है कि टॉयलेट में ज्यादा देर तक बैठने से पाइल्स के खतरे बढ़ सकते हैं। इसका कारण ये है कि जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक बैठा रहता है, तो इससे मलाशय और गुदा क्षेत्र की नसों पर लगातार दबाव पड़ता है। इस दबाव के कारण ये नसें सूज सकती हैं, जिससे समय के साथ बवासीर होने की संभावना बढ़ जाती है।
डॉक्टरों का कहना है कि जब आप टॉयलेट में फोन लेकर जाते हैं, तो इससे आप बाथरूम में ज्यादा वक्त बिताने लग जाते हैं। इसका कारण ये है कि आप फोन देखने में इतना फोकस कर लेते हैं कि बाथरूम में बिताने वाला टाइम काफी देर तक बढ़ जाता है।
किस वजह से होता है बवासीर?
बवासीर मलाशय या गुदा के निचले हिस्से में सूजी हुई नसें होती हैं। ये कई कारणों से हो सकते हैं जैसे कि पुराना कब्ज, लो-फाइबर डाइट, मोटापा, प्रेगनेंसी और टॉयलेट जैसी सख्त सतह पर लंबे समय तक बैठना। इसके अलावा, जब आप टॉयलेट सीट पर बैठते हैं, तो आप आगे की ओर झुके होते हैं, इससे आपकी नसों पर ज्यादा दबाव पड़ता है, और जब आप ज्यादा देर तक बाथरूम में बैठ जाते हैं तो ये नसें ज्यादा देर तक दबाव का सामना करती हैं, जो ऐसी बीमारियों को जन्म देती हैं।
डॉक्टर से कब मिलें?
अगर आपको टॉयलेट के दौरान ब्लडिंग हो रही है या आपको बवासीर है जो घर पर एक हफ्ते तक देखभाल करने के बाद भी ठीक नहीं होती, तो अपने डॉक्टर से बात करें। अगर आपको मलाशय से बहुत ज्यादा ब्लडिंग, चक्कर आना, या बेहोशी होने लगे, तो आपातकालीन डॉक्टर से परामर्श लें।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 7 August 2025 at 18:54 IST