अपडेटेड 17 October 2024 at 13:27 IST
आंखों में काली पट्टी, हाथ में तलवार-तराजू... अदालत में न्याय की देवी का ऐसा रूप क्यों?
आंखों पर पट्टी बांधे हुए और तराजू लिए हुए कानून की देवी किस बात का प्रतीक हैं? न्याय की देवी की आंखों पर पट्टी क्यों बंधी होती है? जानते हैं इस लेख के बारे में.
Why is there a blindfold on Lady Justice? हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय में नई महिला न्यायाधीश की प्रतिमा स्थापित हुई है, जिसमें उस महिला ने अपनी आंखों से पट्टी हटा दी। इससे हमारे देश को यह संदेश मिला है कि कानून अंधा नहीं है बल्कि वह सब देख सकता है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि पहले कानून की देवी की मूर्ति की आंखों में पट्टी क्यों बंधी थी? न्याय की देवी के हाथों में तलवार और तराजू क्यों है? इन सबके बारे में पता होना जरूरी है।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि लेडी जस्टिस की प्रतिमा ने अपनी आंखों में क्यों पट्टी बांधी हुई थी और उनके हाथ में तलवार व तराजू क्यों हैं। पढ़ते हैं आगे…
लेडी ऑफ जस्टिस की आंखों पर पट्टी क्यों है?
बता दें कि लेडी जस्टिस की आंखों में काले कपड़े की मदद से पट्टी बंधी हुई थी। यह इस बात का प्रतीक था कि अदालत में हो रहे न्याय की जंग के दौरान किसी भी प्रकार का भेदभाव उस व्यक्ति के साथ नहीं होगा। चाहे वह अमीर हो या गरीब, चाहे उसके पास ज्यादा पैसा हो या कम, चाहे वह छोटा हो या बड़ा, किसी भी तरह का भेदभाव अदालत में न्याय के दौरान नहीं किया जाएगा। हमेशा दोनों पक्षों को अच्छे से सुना जाएगा और उनकी दलीलें सुनने के बाद ही न्याय किया जाएगा और न्याय निष्पक्ष होगा।
लेडी जस्टिस तराजू क्यों पकड़ती हैं?
जस्टिस ऑफ गॉड के एक हाथ में तलवार और दूसरे हाथ में तराजू है। इसका मतलब मिस्र से जुड़ा है बता दें कि मिस्र में तराजू को न्याय का प्रतीक मानते हैं। इसके अलावा तराजू इस बात का भी संदेश देता है कि संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है। यही कारण है कि न्याय की देवी के हाथ में तराजू है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 17 October 2024 at 13:25 IST