अपडेटेड 16 May 2025 at 19:17 IST
दिसंबर नहीं मई की चिलचिलाती गर्मी में निकाल लीजिए मास्क... दिल्ली की हवा अचानक क्यों हुई जहरीली, क्या है पाकिस्तान कनेक्शन?
राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता एक बार फिर चिंता का विषय बन गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी दिल्ली की हवा 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 के पार पहुंच गया, जबकि कुछ इलाकों में यह ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता एक बार फिर चिंता का विषय बन गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी दिल्ली की हवा 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 के पार पहुंच गया, जबकि कुछ इलाकों में यह ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
आज सुबह इंडिया गेट के आसपास AQI 249 रिकॉर्ड किया गया, जो 'मध्यम से खराब' श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों ने लगातार बढ़ते प्रदूषण स्तर को लेकर गहरी चिंता जताई है।
क्या है कारण?
मौसम विभाग और पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में गिरावट के पीछे धूल भरी आंधी, धीमी हवा की गति और नमी की कमी जैसे कारक जिम्मेदार हैं। मई महीने में पाकिस्तान की सीमा से उठी धूलभरी हवाएं दिल्ली तक पहुंच रही हैं, जिससे दृश्यता भी प्रभावित हो रही है।
14 मई की रात IGI एयरपोर्ट के पास तेज धूल भरी हवाएं चलीं, जिनकी रफ्तार 30-40 किमी/घंटा तक पहुंच गई। इस दौरान दृश्यता 4500 मीटर से घटकर 1200 मीटर रह गई, जिससे प्रदूषक तत्व हवा में अधिक समय तक टिके रहे।
किस इलाके में कितना रहा AQI?
सुबह 7:05 बजे तक कई इलाकों में AQI इस प्रकार दर्ज किया गया:
- वजीरपुर – 410
- मुंडका – 406
- रोहिणी – 331
- अशोक विहार – 322
- पटपड़गंज – 315
- नरेला – 305
यह सभी इलाके 'बेहद खराब' से 'गंभीर' श्रेणी में आते हैं, जो श्वसन समस्याओं को बढ़ावा दे सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय
एक्सपर्ट्स की मानें तो, "गर्मी के महीनों में जब पश्चिमी या दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चलती हैं, तब भारत-गंगा के मैदानी इलाकों (IGP) में धूल और प्रदूषण बढ़ जाता है।" उन्होंने बताया कि सड़क की धूल, निर्माण कार्य और लैंडफिल में आग लगने जैसी घटनाएं भी स्थिति को बदतर बना रही हैं।
स्वास्थ्य पर असर और चेतावनी
PM2.5 और PM10 के स्तर में अचानक वृद्धि ने वायु गुणवत्ता को 'खतरनाक' बना दिया है। यह स्थिति न केवल बुजुर्गों और बच्चों के लिए, बल्कि स्वस्थ व्यक्तियों के लिए भी नुकसानदायक है।
मास्क पहनने और धूलभरे इलाकों में जाने से बचने की सलाह
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लोगों को मास्क पहनने और धूलभरे इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी है। वहीं, सरकार ने पानी के छिड़काव जैसी अस्थायी उपायों को तेज करने की योजना बनाई है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि स्थायी समाधान की कमी अभी भी एक बड़ी चुनौती है।
AQI का विवरण
- 0-50: अच्छा
- 51-100: संतोषजनक
- 101-200: मध्यम
- 201-300: खराब
- 301-400: बेहद खराब
- 401-500: गंभीर
दिल्ली की हवा एक बार फिर चेतावनी दे रही है कि अब नहीं चेते तो सांस लेना भी मुश्किल हो सकता है।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 16 May 2025 at 19:17 IST