अपडेटेड 18 March 2025 at 14:04 IST

नागपुर में कैसे फैली हिंसा, कितने घायल, कितनों पर FIR? विधानसभा में CM फडणवीस ने सबकुछ बताया, बोले- दंगाईयों को छोडूंगा नहीं

नागपुर हिंसा पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मामले में पांच एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और दोषियों पर कार्रवाई होगी।

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CM Devendra Fadnavis | Image: x

CM Devendra Fadnavis on Nagpur Violence: महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि इसमें 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस पर हमले बर्दाश्त नहीं होंगे। मामले में पांच एफआईआर दर्ज की गई है।

नागपुर हिंसा का मामला संसद तक पहुंच गया है। विधानसभा में बोलते हुए सीएम देवेंद्र फडणवीस ने हिंसा को ‘सुनियोजित’ बताया। इस दौरान उन्होंने साफ किया कि हिंसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि धार्मिक सामग्री वाली चीजें जलाने की अफवाह फैलाई गई थी। 

CM बोले- ये एक सुनियोजित हमला

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, 'नागपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया। अफवाह फैलाई गई कि धार्मिक सामग्री वाली चीजें जला दी गईं। यह एक सुनियोजित हमला लगता है। किसी को भी कानून-व्यवस्था अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। पुलिस पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, सख्त कार्रवाई की जाएगी।'

'घटना में 33 पुलिसकर्मी घायल' 

उन्होंने जानकारी देते हुए आगे कहा कि नागपुर में हुई हिंसा में लगभग 200 लोगों ने हमला किया। पथराव किया गया और गाड़ियां जलाई गईं। इस घटना में कुल 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इसमें तीन डीसीपी शामिल हैं। एक डीसीपी पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया है। ट्रॉली में भरकर पत्थर लाए गए थे। तलाशी के दौरान हथियार जब्त किए गए हैं। ऐसा लगता है जैसे यह सुनियोजित हमला हो। पुलिस पर हमला कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमला करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रनाई की जाएगी।

'छावा' ने लोगों का गुस्सा भड़काया- सीएम 

सीएम ने यह भी कहा कि 'छावा' फिल्म ने औरंगजेब के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़का दिया है। फिर भी सभी को महाराष्ट्र में शांति बनाए रखनी चाहिए।

आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होगी- शिंदे

इइससे पहले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि नागपुर में जो घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण है। जो आगजनी हुई, जिसमें 2-4 हज़ार लोग एकत्र हुए और कई घरों को निशाना बनाया, पथराव किया, आगजनी की। मोमिनपुरा में, जहां 100-150 गाड़ियां खड़ी रहती थीं, वहां एक भी गाड़ी कल नहीं थी। पुलिस जांच कर रही है कि कहीं ये पहले से सोची-समझी साजिश तो नहीं है। लोगों पर हमला किया गया, पुलिस की गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया। इस घटना में 4 DCP स्तर के अधिकारी, 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस पर हमला करने का मतलब है कानून को अपने हाथ में लेना। इन लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री खुद इसका संज्ञान ले रहे हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे पुलिस का सहयोग करें और शांति बनाए रखें।

50 से अधिक लोग हिरासत में- पुलिस

बता दें कि हिंसा के बाद शहर में शांतिपूर्ण स्थिति है। नागपुर सिटी पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंघल ने बताया कि हमने कुछ एरिया में कर्फ्यू लगाया गया है। स्थिति कंट्रोल में है और शांति बनी हुई है। हमने इस घटना में करीब 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है इसके अलावा जो CCTV, वीडियो या सोशल मीडिया में ऐसी हरकतें करते हुए दिख रहे हैं या शांति भंग करते दिख रहे तो उन लोगों पर भी हम कार्रवाई कर रहे हैं।

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Published By : Priyanka Yadav

पब्लिश्ड 18 March 2025 at 12:21 IST