अपडेटेड 9 August 2025 at 11:01 IST
Uttarkashi Cloudburst: 'ग्राउंड जीरो पर जाना चाहती हूं...', रक्षाबंधन पर बहन का छलका दर्द, धराली में लापता भाई को तलाशने की लगाई गुहार
धराली में हालात बद से बदतर हो गए हैं। सैंकड़ों को बचाकर सुरक्षित निकाला जा चुका है, कई जानें अब भी फंसी हुई हैं। लापता लोगों की दिन-रात तलाश जारी है।
Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली में मंगलवार को हुए भूस्खलन में कई लोग लापता है जिनका अब तक पता नहीं चल पाया है। परिवार हर सुबह एक नई उम्मीद लेकर उठता है कि शायद आज कोई खबर आए… लेकिन हर दिन सिर्फ मायूसी साथ लेकर लौटता है। लगभग चार दिन बीत गए हैं, लेकिन अब तक एक बहन को अपने भाई का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, टीमें खोजने में लगी हुई हैं, लेकिन नतीजा अब तक विफल रहा है।
धराली में हालात बद से बदतर हो गए हैं। सैंकड़ों को बचाकर सुरक्षित निकाला जा चुका है, कई जानें अब भी फंसी हुई हैं। लापता लोगों की दिन-रात तलाश जारी है। अपनों के लिए चिंतित परिजन खुद उन्हें ढूंढने के लिए निकल पड़े हैं।
भाई की राह ताक रही महिला का छलका दर्द
तबाही के आलम और लोगों की दर्द भरी कहानी सामने आने के लिए रिपब्लिक ने एक ऐसी महिला से बात की जो अपने लापता भाई की राह ताके बैठी थी। उनकी आंखों में आंसू और दिल में भाई के लौटने की आस है।
महिला ने सरकार से लगाई गुहार
रक्षाबंधन के मौके पर एक बहन का भाई लापता है। बहन की आंखों में भाई के साथ न होने का दर्द साफ झलक रहा है। इस दर्द को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। यह महिला खुद धराली गांव जाकर अपने भाई को तलाशना चाहती है। महिला का कहना है कि उन्हें अपने भाई से जुड़ी किसी तरह की जानकारी नहीं है। भाई से बात भी नहीं हो पा रही है।महिला ने सरकार से ग्राउंड जीरो धराली पर जाने की गुहार लगाई है ताकि वो खुद जाकर अपने भाई को ढूंढ सके।
राहत-बचाव अभियान लगातार जारी
बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 5 अगस्त को आई बाढ़ ने धराली और हर्षिल गांवों को तबाह कर दिया है। राहत बचाव अभियान लगातार जारी है। अब तक की सामने आई जानकारी के मुताबिक, आज सुबह लगभग 8 बजे तक 52 लोगों को ITBP मातली शिफ्ट किया जा चुका है। धराली और हर्षिल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत बचाव दलों के साथ-साथ सभी प्रकार की राहत सामग्री की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 9 August 2025 at 10:35 IST