अपडेटेड 2 August 2025 at 21:40 IST

Varanasi Flood: वाराणसी में बढ़ा गंगा का जलस्तर, अस्सी घाट के पास दुकान और होटलों में घुसा पानी, हालात देख प्रधानमंत्री ने दिए ये निर्देश

वाराणसी के अस्सी घाट पर गंगा की बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। होटल और रेस्टोरेंट जलमग्न हो चुके हैं... खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

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अस्सी घाट के पास भरा पानी ही पानी | Image: Republic

Varanasi Flood: वाराणसी के अस्सी घाट पर गंगा की बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु जो अस्सी घाट पर आकार घाट पर बैठते थे, अब घाट पूरी तरह से डूब चुका है। 130 सीढ़ी के ऊपर पानी पहुंच चुका है, दुकानों तक पानी पहुंच चुका है, रेस्टोरेंट तक पानी पहुंच चुका है और होटल तक भी पानी पहुंच चुका है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर थे, सेवापुरी के बलौनी के जनसभा स्थल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को संबोधित भी किया। 

बाढ़ जैसी स्थिति पूरे इलाके में देखने को मिल रही है। अस्सी घाट पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। होटल और रेस्टोरेंट तक पानी पहुंच चुका है, जिससे व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। साथ ही पक्की सड़कें भी डूब गई हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।  

मौके पर नाव और पुलिस तैनात

प्रशासन ने इन हालात को देखते हुए तैयारी भी कि ही जिसमें मौके पर नाव और जल पुलिस तैनात है, जो लोगों की सुरक्षा का ध्यान रख रही है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद बाढ़ को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया है, जिससे जल्द से जल्द राहत कार्य किया जा सके। स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा है, जिसमें लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। सेना की मदद भी ली जा रही है, जिससे राहत कार्य में तेजी लाई जा सके। इस बीच, गंगा जी में जल इस तरह से बढ़ रहा है कि श्रद्धालु बाढ़ देखने के लिए भी आ रहे हैं। प्रशासन की कोशिश है कि जल्द से जल्द राहत कार्य किया जा सके और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।

लोग जान बचाने के लिए सर पर सामान लेकर निकले… 

उत्तर प्रदेश के बांदा में भी यमुना और केन नदी के बढ़ते जलस्तर ने तबाही मचा रखी है। यमुना नदी खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है, जबकि केन नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। पैलानी और बबेरू तहसील के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है, जिससे सैकड़ों घरों में पानी भर गया है। लोग अपने मवेशियों और गृहस्थी का सामान लेकर सड़कों पर डेरा डालकर किसी तरह अपनी जान बचा रहे हैं।

दरअसल, पैलानी तहसील के नरी गांव, शंकर पुरवा, पंडा देव, तारा डेरा और बच्चा डेरा जैसे इलाके बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। नरी गांव में स्कूल और सुलभ शौचालय पूरी तरह पानी में डूब चुके हैं। गांव का संपर्क मार्ग 40 फीट तक जलमग्न है। दलित बस्ती के करीब 100 घर पानी में डूबे हैं, जिनमें से कई कच्चे मकान गिरने की कगार पर हैं। लोग सिर पर सामान लेकर जान जोखिम में डालकर निकलने को मजबूर हो रहे हैं।  
 

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 2 August 2025 at 21:40 IST