अपडेटेड 19 February 2025 at 16:23 IST
Mahakumbh: संगम का जल स्नान करने और आचमन करने योग्य है या नहीं? विधानसभा में CM योगी ने दिया जवाब
महाकुंभ 2025 को लेकर सीएम योगी ने यूपी विधानसभा में कहा, महान कार्य को हमेशा 3 अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है। उपहास, विरोध और अंततः स्वीकृति से।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा के बजट सत्र के दौरान महाकुंभ को लेकर विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। सीएम योगी ने कहा, देश के कोने-कोने से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगाने महाकुंभ पहुंचे हैं। मगर विपक्ष महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार करने से रूक नहीं रहा है। मगर दुष्प्रचार मुझे बुरा नहीं लगता, क्योंकि हमको पता है, आपकी सोच ही ऐसी है। संक्रमित व्यक्ति का कोई उपचार नहीं होता, वो अपने आप ही कुढ़ता रहेगा।
महाकुंभ 2025 को लेकर सीएम योगी ने यूपी विधानसभा में कहा, महान कार्य को हमेशा 3 अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है। उपहास, विरोध और अंततः स्वीकृति से। स्वीकृति का इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष जो विरोध कर रहे थे, खुद जाकर चुपके से संगम में स्नान कर आए। योगी ने आगे कहा कि सबसे बड़ी बात ये है कि जिस समय सदन में यह चर्चा चल रही है, उस समय तक संगम में 56 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु डुबकी लगा चुके है। आस्था का इससे बड़ा क्या प्रमाण होगा। संगम का जल स्नान करने और आचमन करने योग्य है या नहीं, सीएम योगी ने विधानसभा में इस पर भी जवाब दिया।
CM योगी ने संगम की सफाई पर विधानसभा में दिया जवाब
सीएम योगी ने विधानसभा में कहा, संगम में लगातार सफाई का काम किया जा रहा है। पानी को शुद्ध करने के बाद ही छोड़ा जाता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार पानी के शुद्धिकरण पर काम कर रहा है। जो लोग गलत जानकारी फैला रहे हैं, उन्हें खुद आकर देखना चाहिए। 13-14 फरवरी को भी पानी का सैंपल लिया गया। हर 100 एमएल में प्रदूषकों की मात्रा अपेक्षाकृत कम थी। यह 2.5K से भी कम थी। आज की रिपोर्ट के अनुसार संगम के पास BOD की मात्रा 3 से कम है और घुलित ऑक्सीजन 8-9 के आसपास है। इसका मतलब है कि संगम का पानी न केवल नहाने के लिए बल्कि आचमन के लिए भी उपयुक्त है। जब आस्था के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करते हैं तो यह 56 करोड़ की आस्था के खिलाफ है।
महाकुंभ के खिलाफ निराधार प्रचार करना गलत
सीएम योगी ने महाकुंभ को लेकर कहा कि जब हम सनातन धर्म, मां गंगा, भारत या महाकुंभ के खिलाफ कोई निराधार आरोप या फर्जी वीडियो बनाते हैं। तो यह इन 56 करोड़ लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ है। यह आयोजन किसी पार्टी या संगठन विशेष द्वारा आयोजित नहीं किया जाता है। यह आयोजन समाज का है, सरकार अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए सेवक के रूप में है। यह हमारा सौभाग्य है कि हमारी सरकार को इस सदी के महाकुंभ से जुड़ने का अवसर मिला।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 19 February 2025 at 15:04 IST