अपडेटेड 11 August 2025 at 22:10 IST

मकबरा या ऐतिहासिक शिव मंदिर! फतेहपुर में हुए बवाल पर क्या है हिंदू और मुस्लिम पक्ष के दावे

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के सदर कोतवाली के अबूनगर इलाके में मौजूद मकबरे को ठाकुर जी का मंदिर बताकर कथित तौर पर तोड़ने पर विवाद बढ़ गया है।

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गौरव त्रिवेदी की रिपोर्ट

Fatehpur News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के सदर कोतवाली के अबूनगर इलाके में मौजूद मकबरे को ठाकुर जी का मंदिर बताकर कथित तौर पर तोड़ने पर विवाद बढ़ गया है। सोमवार को हिंदू समाज के लोग मकबरे पर चढ़कर भगवा झंडा फहरा दिया। जिसके बाद मुस्लिम समुदाय की तरफ से पथराव शुरू कर दिया गया। स्थिति ऐसी बन गई कि पुलिस प्रशासन के भी हाथ पैर फुल गए। जैसे-तैसे पुलिसवालों ने उन्हें रोका। उधर, मुस्लिम समुदाय के लोग भी मकबरे की ओर बढ़ने लगे। जिससे माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया।

दरअसल, फतेहपुर के सदर तहसील क्षेत्र स्थित नवाब अब्दुल समद मकबरे को बीजेपी जिलाध्यक्ष ने मंदिर होने का किया दावा किया है। उन्होंने इसे लगभग एक हजार वर्ष पुराना बताया है। इस मकबरे में ठाकुर जी/शिव मंदिर संरक्षण संघर्ष समिति और बीजेपी समेत कई हिंदू संगठनों ने 11 अगस्त को पूजा-पाठ करने का किया ऐलान किया था। उन्होंने मंदिर के स्वरूप को बदलकर इसे मकबरा बनाने का आरोप लगाया है। हिंदू संगठनों का कहना है कि मकबरे में कमल के फूल व त्रिशूल बने हैं, इससे पुष्टि होती है ये एक प्राचीन मंदिर था, जिसे बाद में मकबरे में बदल दिया गया।

मकबरे में जबरन घुसने के आरोप में 10 नामजद समेत 150 पर FIR

एसपी अनूप सिंह ने बताया- विवादित मकबरा स्थल पर जबरदस्ती घुसने, तोड़-फोड़ करने वाले पर 10 नामजद व 150 अज्ञात उपद्रवियों के विरुद्ध थाना कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गयी हैं। जल्द ही सभी की गिरफ्तारी की जाएगी। SP ने बताया, मौके पर शांति व्यवस्था कायम है। तीन कंपनी पीएसी और कई सीनियर अफसरों को तैनात किया गया है। मेरी अपील है कि आप लोग अपने घरों में रहें और पुलिस को अपना काम करने दें।

भाजपा जिलाध्‍यक्ष ने कर दिया था ऐलान

मकबरे को मंदिर होने का दावा करने वाले भाजपा के भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने सोमवार को वहां पूजा पाठ और आरती करने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा- मैं फतेहपुर के सनातनियों से कहना चाहता हूं कि कल 11 अगस्त को 9 बजे कर्पूरी ठाकुर डाक बंगले पर एकत्र होना है। वहां से रेड़इया जाकर जहां हमारा मंदिर ठाकुरद्वारा होने के प्रमाण हैं वहां चलकर पूजा पाठ करना है। 

हम हर हाल में वहां पूजा पाठ कर आरती करेंगे। वहां सारे प्रमाण हैं, वहां सबकुछ दिखाई दे रहा है। प्रशासन भी वहां जांच करा चुका है। प्रशासन के संज्ञान में सबकुछ है। मैं पहले भी कह चुका हूं कि ये सनातन की आस्था के साथ खिलवाड़ है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। सभी लोग जरूर वहां पहुंचे, हम लोग पूजा पाठ और आरती जरूर करेंगे।

उलेमा काउंसिल ने कही ये बात

राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के मोहम्मद नसीम ने कहा कि फतेहपुर की घटना बहुत निंदनीय है। सैकड़ों साल पुराना हमारा मकबरा है। सरकारी दस्तावेज में 753 नंबर खतौनी में ये जमीन दर्ज है। लेकिन मठ संघर्ष समिति और कुछ संगठनों ने अब उसकी भी खुदाई का ऐलान कर दिया है। उसे ठाकुर जी का मंदिर कहकर तमाशा किया जा रहा है। जिले का माहौल खराब किया जा रहा है। मेरी प्रशासन और सरकार से अपील है कि क्या हर मस्जिद और मकबरे के नीचे मंदिर ढूंढा जाएगा। ये लोकतंत्र नहीं, राजतंत्र है। हम लोग इसको लेकर आंदोलन करेंगे।

फतेहपुर में अब कैसे हैं हालात?

डीएम रवींद्र सिंह ने कहा कि अभी कानून व्यवस्था सामान्य है। लोग अपने-अपने घर चले गए हैं। फिलहाल, अभी हमारी प्राथमिकता है कि लोगों में विश्वास बहाल हो। वहीं, एसपी अनूप कुमार सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति सामान्य है। हालात कंट्रोल में हैं। दोनों पक्षों को समझाकर भेज दिया गया है। हालात को देखते हुए दंगा नियंत्रण स्कीम लागू की गई है। डीजीपी मुख्यालय लगातार पूरे मामले पर नजर रखे है। बांदा से एक ASP, एक DSP, 6 इंस्पेक्टर, 5 थानों की फोर्स फतेहपुर पहुंची है।

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 11 August 2025 at 22:10 IST