अपडेटेड 20 January 2024 at 18:49 IST
सदियों पुरानी बनावट पर किया जा रहा राम मंदिर का निर्माण, क्या है नागर शैली जिसकी खूब हो रही चर्चा?
Ayodhya News: राम मंदिर का निर्माण गुप्ता काल के दौरान अपनाई गई नागर शैली पर किया जा रहा है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
Ayodhya News: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने वाली है। राम मंदिर की वास्तुकला को चंद्रकांत सोमपुरा और उनके बेटे आशीष ने डिजाइन किया है। इसका डिजाइन नागर शैली पर आधारित है, जो पांचवीं शताब्दी में गुप्त काल के अंत में सामने आई थी।
आपको बता दें कि चंद्रकांत सोमपुरा की 15 पीढ़ियां मंदिरों को डिजाइन का काम कर रही हैं। उनका परिवार अभी तक 200 से ज्यादा मंदिरों का डिजाइन बना चुका है। इनमें गुजरात का सोमनाथ मंदिर, कोलकाता का विश्व प्रसिद्ध बिरला मंदिर और मुंबई का स्वामीनारायण मंदिर शामिल है।
वास्तुकला की शैली नहीं, भाषा है 'नागर'
2007 में आई एक किताब 'भारतीय मंदिर का आर्किटेक्चर' में एडम हार्डी ने लिखा है कि शैली के बजाय नागर को भारतीय मंदिरों की वास्तुकला की महान भाषा कहा जा सकता है। उन्होंने लिखा है कि शैली से अधिक, 'भाषा' उसके लिए सही टर्म है। आपको बता दें कि नागर मंदिर एक ऊंचे चबूतरे पर बनाए जाते हैं, जिसमें एक गर्भगृह होता है, जहां देवता की मूर्ति रहती है। गर्भगृह मंदिर का सबसे पवित्र हिस्सा होता है। गर्भगृह के ऊपर एक शिखर भी होता है, जो नागर शैली के मंदिरों का सबसे विशिष्ट पहलू है।
भारत में नागर शैली के उदाहरण
मध्य प्रदेश में कंदरिया महादेव मंदिर नागर शैली का एक उदाहरण है। इसके अलावा सूर्य मंदिर, कोणार्क, मोढेरा, गुजरात का सूर्य मंदिर और ओसियां मंदिर भी इसी शैली पर बनाए गए हैं। उत्तर प्रदेश के ललितपुर में स्थित देवगढ़ छठी शताब्दी की शुरुआत में बनाया गया था। इसके अलावा खजुराहो के लक्ष्मण मंदिर को 954 में चंदेल राजा धनगा ने बनाया था।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान में नागर शैली के कई मंदिर हैं। इसके अलावा उत्तर-पूर्व, बंगाल और ओडिशा में भी कई मंदिर इसी शैली पर बनाए गए हैं, जैसे कामाख्या मंदिर, सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, मुक्तेश्वर मंदिर, राजरानी मंदिर आदि।
कौन हैं चंद्रकांत सोमपुरा?
अयोध्या में बन रहे भगवान राम के दिव्य और भव्य मंदिर के प्रमुख वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा हैं। उनके दादा प्रभाशंकर ओघड़भाई देश में नागर शैली के मंदिरों के प्रमुख डिजाइनरों में से एक थे। उन्होंने ही आधुनिक सोमनाथ मंदिर का डिजाइन तैयार किया था। राम मंदिर का डिजाइन तैयार करने में चंद्रकांत की मदद उनके बेटों आशीष और निखिल सोमपुरा ने की थी। अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के अलावा चंद्रपुरा ने पालमपुर में अंबाजी मंदिर, गुजरात के स्वामीनारायण मंदिर सहित 130 मंदिरों के डिजाइन तैयार किए हैं।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 20 January 2024 at 18:49 IST