अपडेटेड 23 July 2025 at 22:32 IST
UP के इस एयरपोर्ट को मिली बड़ी सौगात, DGCA ने ऑल वेदर उड़ानों को दी मंजूरी; अब रात और खराब मौसम में भी उतर सकेंगी फ्लाइट्स
भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली होने के कारण कुशीनगर बौद्ध देशों में विशेष मान्यता प्राप्त स्थान है। हर वर्ष लाखों देशी-विदेशी श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं, लेकिन अब तक यह स्थान केवल सड़क मार्ग से ही जुड़ा था। 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था, परंतु उड़ानें स्थायी रूप से शुरू नहीं हो सकीं। अब एक बार फिर उम्मीदें जगी हैं।
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को डीजीसीए (DGCA) ने बड़ी सौगात दी है। अब यहां रात में और खराब मौसम में भी विमानों की लैंडिंग संभव हो सकेगी। DGCA ने एयरपोर्ट का लाइसेंस 4C-VFR (दिन में उड़ान) से अपग्रेड कर 4C-ऑल वेदर ऑपरेशन्स (IFR – नॉन-प्रिसिजन अप्रोच रनवे) कर दिया है। इस खुशी में एयरपोर्ट कार्यालय में केक काटकर जश्न भी मनाया गया।
डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने एक्स (X) पर लिखा, “यह उपलब्धि जनपद के लिए गौरव का क्षण है, अब पर्यटन, कनेक्टिविटी और विकास को नई गति मिलेगी।” राज्यसभा सांसद आरपीएन सिंह ने भी इसे कुशीनगर के लिए ऐतिहासिक कदम बताया। विधायक पीएन पाठक ने कहा कि जल्द ही नियमित उड़ानों की शुरुआत की जाएगी।
धार्मिक और पर्यटन महत्व
भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली होने के कारण कुशीनगर बौद्ध देशों में विशेष मान्यता प्राप्त स्थान है। हर वर्ष लाखों देशी-विदेशी श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं, लेकिन अब तक यह स्थान केवल सड़क मार्ग से ही जुड़ा था। 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था, परंतु उड़ानें स्थायी रूप से शुरू नहीं हो सकीं। अब एक बार फिर उम्मीदें जगी हैं।
लंबा संघर्ष, नई शुरुआत
कुशीनगर की हवाई पट्टी की शुरुआत 1948 में हुई थी, लेकिन चार दशक तक यह निष्क्रिय रही। मायावती, अखिलेश यादव और फिर योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसे गति दी। योगी सरकार के प्रयासों और केंद्र की संजीदगी से एयरपोर्ट को नया जीवन मिला। अब ऑल वेदर लाइसेंस मिलने के बाद, उड़ानों की शुरुआत और अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी की उम्मीद मजबूत हो गई है।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 23 July 2025 at 22:32 IST