अपडेटेड 8 July 2025 at 19:13 IST

रूम नंबर 104 और 70 दिन... पति-पत्‍नी की तरह रहते थे नीतू और छांगुर बाबा; यहीं से हिंदू लड़कियों के लिए तय होता था धर्मांतरण का रेट

छांगुर बाबा 16 अप्रैल को स्टार रूम्स होटल आया। उसके साथ नसरीन भी थी। दोनों ने होटल में पहले 4 दिन के लिए कमरा नंबर 102 बुक किया।

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रूम नंबर 104 और 70 दिन... पति-पत्‍नी की तरह रहते थे नीतू और छांगुर बाबा; यहीं से हिंदू लड़कियों के लिए तय होता था धर्मांतरण का रेट | Image: ANI

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) ने धर्मांतरण और लव जिहाद से जुड़े एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य साजिशकर्ता जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नसरीन उर्फ नीतू शामिल हैं। दोनों पिछले 70 दिनों से लखनऊ के विकास नगर स्थित होटल स्टार रूम्स में पति-पत्नी बनकर रह रहे थे और वहीं से धर्मांतरण की गतिविधियां चला रहे थे।

जांच में सामने आया कि यह जोड़ी होटल के कमरे में बैठकर न सिर्फ इस्लाम धर्म का प्रचार कर रही थी, बल्कि आर्थिक और मानसिक रूप से कमजोर युवाओं और परिवारों को निशाना बनाकर धर्मांतरण के लिए मानसिक रूप से तैयार कर रही थी। यह साजिश कथित तौर पर "लव जिहाद" के माध्यम से भी चलाई जा रही थी। ATS को छांगुर बाबा के बैंक खातों की जांच में करीब 100 करोड़ रुपये के लेन-देन का पता चला है, जिनमें से 14 करोड़ रुपये की राशि विदेशी धार्मिक संगठनों से फंडिंग के रूप में मिली। यह राशि युवाओं को बहलाने, प्रचार सामग्री छपवाने और होटल संचालन जैसे कार्यों में खर्च की जा रही थी।

होटल का कमरा नंबर 104 और फिर...

छांगुर बाबा 16 अप्रैल को स्टार रूम्स होटल आया। उसके साथ नसरीन भी थी। दोनों ने होटल में पहले 4 दिन के लिए कमरा नंबर 102 बुक किया। डॉक्यूमेंट के रूप में दोनों ने अपने आधार कार्ड दिए। छांगुर ने अपने नाम का आधार कार्ड दिया था। नसरीन का आधार कार्ड नीतू नवीन रोहरा के नाम का था। कमरा नंबर 102 में दोनों 4 दिन होटल में ठहरे।

इसके बाद पांचवें दिन रूम नंबर 104 ले लिया। उसमें दोनों 70 दिन रहे। इससे ATS के अधिकारी मान रहे हैं कि दोनों ने पहले 4 दिन कमरा बुक करके होटल और उसके आसपास का माहौल भांपा था। उन्हें लगा था कि गिरोह चलाने के लिए यह सुरक्षित स्थान है, तो इसे अपना अस्थायी ठिकाना बना लिया था।

खाना लेने बाहर निकलती थी नसरीन

पुलिस के मुताबिक दोनों होटल से बहुत कम बाहर निकलते थे। छांगुर तो कभी-कभार ही निकलता था। नसरीन दिन में एक-दो बार ही बाहर निकलती थी। दोनों ज्यादातर खाना होटल में ही खाते थे। कभी-कभी नसरीन बाहर से खाना लाती थी।

छांगुर बाबा ने छपवा रखा था शिजर-ए-तैय्यबा नाम से किताब

ATS ने बाबा के पास से ‘शिजर-ए-तैय्यबा’ नाम की एक विवादास्पद किताब भी बरामद की है, जिसे खुद बाबा ने छपवाया था। इस किताब में युवाओं को धार्मिक तर्कों से ब्रेनवॉश कर हिंदू लड़कियों से विवाह के जरिए धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जाता था। जांच में यह भी पता चला है कि इस नेटवर्क के सदस्यों ने करीब 40 बार इस्लामिक देशों की यात्राएं की थीं।

नीतू के पूरे परिवार का करा चुका धर्मांतरण

ATS की रिपोर्ट बताती है कि छांगुर बाबा ने पहले नसरीन को ‘धार्मिक जागरूकता’ के नाम पर फंसाया, जिसके बाद नसरीन ने खुद का और अपने पूरे परिवार का धर्म बदला। बाद में वह बाबा की सहयोगी बनकर धर्मांतरण अभियान में सक्रिय हो गई। दोनों होटल से ही कन्वर्जन रैकेट चला रहे थे और बेहद गोपनीय तरीके से काम कर रहे थे। ATS ने इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) को फॉरेन फंडिंग की जानकारी सौंप दी है, जबकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस पूरे नेटवर्क की राष्ट्रीय स्तर पर जांच शुरू कर दी है।

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 8 July 2025 at 19:13 IST