अपडेटेड 22 December 2025 at 18:12 IST

UP: 'सरकार कार्रवाई करेगी तो कई फातिहा पढ़ने चले जाएंगे, लेकिन हम उस काबिल...', कफ सिरप मामले में CM योगी के बयान से सपा में मचेगी खलबली

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज विधानसभा में कोडीन कफ सिरप प्रकरण में अभियुक्तों के तार समाजवादी पार्टी से जुड़े होने का सबूत पेश किया।

Follow :  
×

Share


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज विधानसभा में कोडीन कफ सिरप प्रकरण में अभियुक्तों के तार समाजवादी पार्टी से जुड़े होने का सबूत पेश किया। उन्होंने सदन में बोलते हुए कहा कि प्रकरण का किंग पिन आलोक सिपाही पक्का सपाई है। उन्होंने फोटो दिखाते हुए कहा कि एक और आरोपी अमित यादव तस्वीर में आखिलेश यादव के साथ दिख रहा है।

उन्होंने विपक्ष के हंगामे का जवाब देते हुए कहा कि जब समाजवादी पार्टी से जुड़े आरोपियों पर कार्रवाई होगी तो सपा के लोग ही सबसे पहले फातिहा पढ़ने जाएंगे, लेकिन हम उस काबिल भी नहीं छोड़ेंगे। समाजवादी पार्टी जानती है कि हम लोग अभियुक्तों के खिलाफ कितनी कड़ाई से कार्रवाई करते हैं।

332 फर्मों पर छापे, 77 गिरफ्तार

अमित यादव समाजवादी पार्टी के युवजन सभा से जुड़ा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि विभोर राणा का लाइसेंस समाजवादी सरकार में जारी हुआ था और सपा से जुड़े आलोक सिपाही को हमारी सरकार ने बर्खास्त किया था। कोडीन कफ सिरप प्रकरण में पुलिस महानिरीक्षक के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर कार्रवाई की जा रही है। दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा। अब तक इस प्रकरण में 332 फर्मों पर छापे मारे जा चुके हैं, 136 फर्मों खिलाफ एनडीपीएस के तहत मामला दर्ज किया गया है और 77 से अधिक लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। पूरे प्रकरण की एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई हो रही है, जिसे कोर्ट ने उचित ठहराया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोडीन कफ सिरप मामले में हम जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रहे हैं।

ये पूरा मामला दवा के गैरकानूनी डायवर्जन, ट्रेडिंग और स्टोरेज का

इससे पहले आज विधान सभा में विपक्ष के विधायकों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बताना चाहूंगा कि जिस कोडीन युक्त सिरप की बात उठाई जा रही है, उसका उत्तर प्रदेश में न तो प्रोडक्शन होता है और न ही इसके उपयोग को लेकर प्रदेश में कोई भी मौत हुई है। ये पूरा मामला दवा के गैरकानूनी डायवर्जन, ट्रेडिंग और स्टोरेज को लेकर है। उत्तर प्रदेश पुलिस, एसटीएफ और एफसडीए विभाग की ओर से इस प्रकरण को लेकर कड़ी कार्यवाही कर रही है।

ये भी पढ़ेंः क्या सरकार अरावली पर्वतमाला में महत्वपूर्ण खनिजों का खनन चाहती थी?

Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 22 December 2025 at 18:12 IST