अपडेटेड 21 May 2025 at 11:47 IST
सावधान! पार्कों में लगी ऐसी बेंच आपके बच्चों के लिए हो सकती है खतरनाक, नोएडा की इस घटना से हो जाएं अलर्ट
नोएडा के पार्क में लगी बेंच के छेद में एक सात साल की मासूम बच्ची ने खेल-खेल में अपने दोनों हाथों की उंगलियां फंसा ली।
UP News: उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां एक 7 साल की बच्ची की उंगली पार्क की बेंच में फंस गई। हालात ऐसे हो गए कि बच्ची की उंगली को निकालने के लिए मेटल तक को काटना पड़ गया।
ये पूरा मामला सोमवार देर शाम का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, सेक्टर 53 में कंचनजंगा मार्केट के पीछे पार्क में लगी बेंच के छेद में एक सात साल की मासूम बच्ची ने खेल-खेल में अपने दोनों हाथों की उंगलियां फंसा ली। जब बच्ची ने निकालने की कोशिश की तो उंगली बाहर नहीं निकाल पाई। इसके बाद घबराई बच्ची ने जोर-जोर से रोना शुरू कर दिया। पार्क में मौजूद अन्य लोगों ने भी बच्ची की उंगली निकालने की कोशिश की लेकिन असफल रहे।
6 घंटे बाद मिली कामयाबी
इसके बाद आनन-फानन में लोगों ने इसकी सूचना फायर ब्रिगेड और पुलिस को दी। मौके पर पहुंचीं फायर सर्विस टीम ने रेस्क्यू टूल्स और आयरन वर्कर की मदद से मेटल काटा। इसके बाद लगभग 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्ची की उंगलियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
चीफ फायर ऑफिसर क्या बोले?
गौतमबुद्ध नगर के चीफ फायर ऑफिसर प्रदीप कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें पार्क में लगी बेंच में बच्ची की उंगली फंसने की सूचना मिली। मौके पर पहुंचीं फायर ब्रिगेड की टीम ने सीट को चारों ओर से काटा। इसके बाद मेटल शीट समेत बच्ची को गाड़ी में बैठाकर अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर द्वारा कोई इलाज न होने के बाद फायर सर्विस टीम ने अपना रेस्क्यू जारी रखा। अपने रेस्क्यू टूल्स और बाहर से आयरन वर्कर को बुलवाकर बच्ची के फंसी उंगली को निकालने की कोशिश जारी रखी गई। लगभग 6 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद बच्ची की उंगली को सही सलामत बाहर निकाल लिया गया।
बच्ची की मां ने बताई पूरी बात
वहीं बच्ची की मां रेनू ने बताया कि उनकी सबसे छोटी बेटी की उम्र सात साल है जिसका नाम अंशिका है। अंशिका अपनी बहनों के साथ शाम को पार्क में खेलने-कूदने गई थी। खेलने के बाद वो थक गई थी। ऐसे में अंशिका बेंच पर जाकर बैठ गई। इसके बाद उसने अपने दोनों हाथों की उंगलियां बेंच में बने छेद में फंसा ली। उसे दर्द से कराहते देख पार्क में मौजूद लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। भीड़ में से ही किसी ने इस पूरे मामले के बारे में आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी, पुलिस और दमकल विभाग को सूचित किया।
बता दें कि इस घटना ने पार्कों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। मेटल बेंच में छेद से बनाए गए डिजाइन बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 21 May 2025 at 11:47 IST