अपडेटेड 29 August 2024 at 12:44 IST
लंगडा भेड़िया, इंसानी खून की लत और अबतक 9 शिकार... आखिर कैसे आदमखोर बन गए बहराइच के 6 भेड़िए
सोना मत नहीं तो भेड़िया आ जाएगा...यूपी के बहराइच और आसपास के 30 गांवों में इन दिनों यही कहा जा रहा है।
सोना मत नहीं तो भेड़िया आ जाएगा...यूपी के बहराइच और आसपास के 30 गांवों में इन दिनों यही कहा जा रहा है। यहां आदमखोर भेड़ियों का एक झुंड अबतक 9 लोगों को अपना निवाला बना चुका है। मरने वालों में 8 बच्चे शामिल हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आम तौर पर बस्तियों से दूर रहने वाला जानवर भेड़िया नरभक्षी कैसे बन गया? उसे इंसानी खून की लत कैसे लग गई?
बहराइच वाले मामले में वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट की मानें तो खेतों में भेड़ियों के जो फुटप्रिंट मिले उससे पता चलता है कि एक भेड़िया लंगड़ा था। एक्पर्ट्स के मुताबिक लंगड़ा होने के चलते वो अपना नियमित शिकार नहीं कर पा रहा था। इसलिए उसने आसान चारा के रूप में इंसानी बच्चों को चुना। क्योंकि सोते समय वो आसानी से और कम मेहनत से अपना शिकार कर सकता है।
प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने बताया सबकुछ
वन विभाग की टीमों का नेतृत्व कर रहे बाराबंकी के प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने बताया कि किसी न किसी ऐक्शन की वजह से रिएक्शन होता है। अभी जो हमने पग चिन्ह इकट्ठे किए हैं उनमें एक भेड़िए के पैर में कोई नुक्स है जिसकी वजह से वह चल नहीं पा रहा है और शिकार भी नहीं कर पा रहा है। इसलिए वह आसान शिकार ढूंढ़ रहा है।
ऐसे में उसको आसान शिकार के रूप में एक बार इंसानी बच्चे का शिकार कर लिया तो फिर वह नरभक्षी हो जाता है और उसे आसान शिकार की आदत पड़ जाती है। चूंकि भेड़िया हमेशा झुंड में रहते हैं और इसी आदत के चलते लगड़े भेड़िए ने अपने साथ और भेड़ियों को जोड़ लिया। लगभग ऐसी ही स्थित इस समय बारबंकी की है, जहां एक एक लंगड़े भेड़िए की आदत बिगड़ने के कारण भेड़िए का एक झुंड इंसानी बच्चों के लिए काल बना हुआ है।
घरों में नहीं दरवाजे इसलिए भेड़ियों को शिकार करना हुआ आसान
भेड़िए को यहां शिकार करना इसलिए भी आसान है क्योंकि यह काफी गरीब इलाका है और जिन घरों में हमले हुए हैं उन घरों में या तो दरवाजे नहीं है या फिर अगर एक आध कोठरी में दरवाज़े लगे भी तो लोग बाहर सो रहे है और उनके साथ बच्चे भी सो रहे है लिहाजा उनको निशाना बनाना बहुत आसान है।
अबतक पकड़े गए 4 भेड़िए
वन विभाग की टीम ने 6 में से 4 भेड़ियों को पकड़ लिया है। दो की तलाश की जा रही है। बहराइच में इन आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए 5 वन प्रभागों बहराइच, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ, श्रावस्ती, गोंडा और बाराबंकी की लगभग 25 टीमें लगी हुई है। अब इन आदमखोरों ने अपना दायरा जिले के अन्य क्षेत्रों तक बढ़ा लिया है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 29 August 2024 at 12:37 IST