Published 10:22 IST, August 28th 2024
कोलकाता कांड में कोई और? डॉक्टर की लाश के पास कैसे पहुंचे ये 3 शख्स, जानकर कहेंगे कुछ तो गड़बड़ है
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर से पूरे देश में गुस्सा है। हर तरफ डॉक्टर बिटिया को न्याय दिलाने की मांग उठ रही है।
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर से पूरे देश में गुस्सा है। हर तरफ डॉक्टर बिटिया को न्याय दिलाने की मांग उठ रही है। लोग सड़कों पर हैं और बस यही कह रहे हैं कि गुनहगार को कड़ी सजा हो। लेकिन इस कांड में कई सवाल ऐसे हैं जिनके जवाब सीबीआई भी ढूंढ रही है। आपको बता दें कि ट्रेनी डॉक्टर की लाश अस्पताल के सेमिनार रूम में मिला था।
अस्पताल पहुंचे डॉक्टर के मां-बाप को बेटी की लाश देखने के लिए साढ़े तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा। अंतिम में मुख्यमंत्री के निर्देश पर उन्हें बेटी को देखने की इजाजत दी गई। पीडि़ता की मां ने कोर्ट में यही दावा किया है। इस बीच एक बड़ी जानकारी भी सामने आई है। जिस जगह ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव मिला था वहां पत्रकारों सहित डॉक्टरों के भी जाने पर बैन है, लेकिन उस दिन सेमिनार रूम में कई ‘बाहरी’ लोग देखे गए हैं, जिन्हें उस समय वहां नहीं होना चाहिए था।
मौका ए वारदात पर दिखें 3 संदिग्ध
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सेमिनार रूम के बाहर शांतनु डे नजर आ रहे हैं। शांतनु वकील है और उन्हें आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के मददगार (शैडो पार्टनर) कहा जाता है। हालांकि वीडियो की पुष्टि रिपब्लिक भारत नहीं करता। लेकिन वीडियो सामने आने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर शांतनु डे वहां क्या कर रहे थे।
इसके अलावा घटनास्थल पर संदीप घोष का करीबी फॉरेंसिक डॉक्टर देबाशीष सोम भी देखा गया है। उससे सोमवार को निजाम पैलेस में पूछताछ की गई है। वह आरजी कर अस्पताल का कर्मचारी नहीं है, लेकिन घटना के तुरंत बाद उसे सेमिनार रूम में देखा गया।
घटनास्थल पर तीसरे शख्स प्रसून चटर्जी को भी देखा गया है। वह भी आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का शैडो पार्टनर है। अब सवाल ये उठ रहा है कि ये तीन आखिरी घटनास्थल पर कैसे और किस लिए पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शांतनु डे का कहना है कि उस दिन आर्थोपेडिक बाह्य रोगी क्लिनिक में आए थे। हालांकि वो अस्पताल का पर्चा नहीं दिखा सके।
Updated 10:22 IST, August 28th 2024