अपडेटेड 29 January 2025 at 09:20 IST
'किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें, जिस घाट के समीप...',महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद CM योगी की श्रद्धालुओं से खास अपील
महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ की घटना के बाद सीएम योगी ने संगम आने वाले श्रद्धालुओं से खास अपील की है।
प्रयागराज में मेले में मौनी अमावस्या पर करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ में भगदड़ मचने से कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। वहीं, हादसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु घायल बताए जा रहे हैं। घटना के बाद अखाड़ों ने अमृत स्नान को कई घंटों के लिए रद्द कर दिया था। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमृत स्नान के लिए संगम आने वाले श्रद्धालुओं से खास अपील की है।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में भगदड़ की घटना मंगलवार देर रात को हुई है। मौनी अमावस्या पर दूसरे अमृत स्नान के लिए बड़ी संख्या में लोग संगम नोज पर जुटे थे। इसी दौरान कथित दौर पर एक अफवाह फैली और फिर लोगों में संगम घाट पर पहुंचने की होड़ मच गई और इस दौरान भगदड़ मच गई। हादसे बड़ी संख्या में श्रद्धालु घायल हो गए। इस बीच CM योगी ने संगम आने वाले श्रद्धालुओं से खास अपील की है।
CM योगी की श्रद्धालुओं से अपील
मुख्यमंत्री योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की, मां गंगा के जिस घाट के जो समीप है, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
देवकीनंदन ठाकुर ने दी लोगों को ये सलाह
भगदड़ की घटना के बाद साधु-संतों की ओर से भी संगम आने वाले श्रद्धालुओं से खास अपील की जा रही है। आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, मौनी अमावस्या का स्नान चल रहा है। आज मैं संगम घाट पर नहीं गया क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज़्यादा है...पूरी गंगा और यमुना की धारा में 'अमृत' बह रहा है। अगर आप कहीं भी गंगा या यमुना में स्नान करेंगे तो 'अमृत' आपको प्राप्त होगा। ये आवश्यक नहीं है कि संगम में ही आपको डुबकी लगानी है।
जहां पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगाएं-रवींद्र पुरी
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा,जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे। जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं। यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 29 January 2025 at 08:46 IST