अपडेटेड 18 August 2024 at 10:43 IST
शिक्षक भर्ती केस के बहाने अखिलेश ने खोला BJP में कलह का धागा, सामने से आया केशव प्रसाद का तगड़ा जवाब
अखिलेश यादव और केशव प्रसाद मौर्य एक बार फिर भिड़ गए हैं। 69000 शिक्षक भर्ती मामले में सियासत के बीच दोनों में जुबानी जंग छिड़ी है।
Akhilesh Yadav Vs Keshav Prasad Maurya: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव किसी ना किसी बहाने ये दिखाने की कोशिश में लगे हैं कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है। खासकर हालिया दिनों में केशव प्रसाद मौर्य को कभी इशारों से तो कभी सीधे नाम लेकर बीजेपी में अंतर्कलह के लिए मोहरा बनाने के प्रयास हुए हैं। इसी तरह अखिलेश यादव ने एक बार फिर 69000 शिक्षक भर्ती केस के बहाने बीजेपी में कलह का धागा खोलने की कोशिश की है। हालांकि केशव प्रसाद मौर्य ने इसका तुरंत जवाब दिया है।
69000 शिक्षक भर्ती मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद उत्तर प्रदेश में जोरदार सियासत हो रही है। हालांकि अखिलेश यादव ने इस सियासत को दूसरा मोड दिया है। सपा प्रमुख अखिलेश ने अपनवे एक पोस्ट में कहा, '69000 शिक्षक भर्ती मामले में उत्तर प्रदेश के एक कृपा-प्राप्त उप मुख्यमंत्री जी (केशव प्रसाद मौर्य) का बयान भी साजिशाना है। पहले तो आरक्षण की हकमारी में खुद भी सरकार के साथ संलिप्त रहे और जब युवाओं ने उन्हीं के खिलाफ लड़कर लंबे संघर्ष के बाद इंसाफ पाया तो अपने को हमदर्द साबित करने के लिए आगे आकर खड़े हो गए। दरअसल ये कृपा-प्राप्त उप मुख्यमंत्री जी शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के साथ नहीं हैं, वो तो ऐसा करके बीजेपी के अंदर अपनी राजनीतिक गोटी खेल रहे हैं।'
अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, 'वो (केशव प्रसाद मौर्य) इस मामले में अप्रत्यक्ष रूप से जिनके ऊपर उंगली उठा रहे हैं, वो माननीय भी अंदरूनी राजनीति के इस खेल को समझ रहे हैं। शिक्षा और युवाओं को बीजेपी अपनी आपसी लड़ाई और नकारात्मक राजनीति से दूर ही रखे, क्योंकि बीजेपी की ऐसी ही सत्ता लोलुप सियासत से उत्तर प्रदेश कई साल पीछे चला गया है।'
केशव प्रसाद मौर्य का तगड़ा पलटवार
अखिलेश यादव के पोस्ट के कुछ देर बाद ही उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता केशव प्रसाद मौर्य ने भी धावा बोल दिया। मौर्य ने कहा, 'सपा बहादुर कांग्रेस मोहरा श्री अखिलेश यादव जी का PDA बहुत बड़ा धोखा है। झूठ बोलने की ऑटोमैटिक मशीन बनी सपा लोकसभा चुनाव में जैसे संविधान खत्म हो जाएगा का दुष्प्रचार किया, उसी प्रकार PDA का झूठ फैला रहे हैं। बीजेपी ही वर्तमान, बीजेपी ही भविष्य। 2027 में 2017 दोहराएंगे।'
बीजेपी की कलह में अपना मौका देख रहे अखिलेश
बीजेपी के अंदर कलह में अखिलेश यादव अपना मौका तलाश रहे हैं। उत्तर प्रदेश बीजेपी में लोकसभा चुनावों के बाद से खटपट की खबरें हैं। कथित रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच तनातनी की बात उठती रही है। इसी को लेकर अखिलेश यादव ने 4 दिन पहले भी निशाना साधा था। अखिलेश ने इशारों-इशारों में भारतीय जनता पार्टी पर प्रहार किया। उन्होंने कुछ सवाल उठाए और साथ ही पूछा कि क्या अंदरूनी बात दब गई या दबा दी गई। कुछ दिनों पहले अखिलेश यादव 'सौ लाओ सरकार बनाओ' वाले मानसून ऑफर की बात भी कर रहे थे। जिसके मायने निकाले गए कि अखिलेश ने बीजेपी नेताओं को ऑफर देने की कोशिश की।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 18 August 2024 at 10:43 IST