अपडेटेड 3 April 2024 at 16:32 IST
UNSC में भारत को मिल रही थी स्थायी सदस्यता लेकिन नेहरू बोले पहले चीन को दो...: एस जयशंकर
UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता मिलने को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर से कांग्रेस को खरी खोटी सुनाई।
अरुणाचल प्रदेश में चीन विवाद को लेकर एक तरफ जहां, विपक्ष भारतीय जनता पार्टी की नेतृत्व वाली सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं, तो वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कांग्रेस पर जमकर पलटवार किया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्यता मिलने का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि इंडिया को UNSC की स्थायी सदस्यता मिल रही थी, लेकिन पंडित नेहरू ने कहा पहले चीन को दो।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता को लेकर कहा, "जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता को लेकर चर्चा हो रही थी और भारत के लिए पेशकश की जा रही थी तो नेहरू का रुख था कि हम इसके हकदार है लेकिन पहले यह चीन को मिलना चाहिए। हम अभी भारत फर्स्ट की नीति पर चल रहे हैं, लेकिन नेहरू भारत बाद में पहले चीन की नीति पर चला करते थे।"
उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल कभी भी कश्मीर के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में लेकर नहीं जाना चाहते थे, क्योंकि वो वहां के न्याधीशों की सोच को अच्छी तरह समझते थे।
चीन और पाक को सिखाएं सबक या बैठाएं सामंजस्य?
भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर से जब ये पूछा गया कि पाकिस्तान और चीन ने भारत के जिन हिस्सों पर कब्जा किया है, उसे हमें वापस लेना चाहिए या फिर सामंजस्य बैठाने की कोशिश करनी चाहिए? इसपर विदेशमंत्री ने कहा, “1950 में तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने नेहरू को पहले ही सतर्क कर दिया था कि पहली बार हम इस स्थिति में हैं, जहां दो मोर्चों (चीन और पाकिस्तान) के साथ ऐसी दशा में हैं।”
उन्होंने बताया कि नेहरू को आगाह करते हुए पटेल ने कहा था कि चीन की मंसा कुछ और है, हमें सावधानी बरतनी चाहिए। पटेल के आगाह करने के बाद भी नेहरू सावधान नहीं हुए। नेहरू ने कहा कि चीन से भारत को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि हिमालय से भारत पर हमला करना असंभव है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 3 April 2024 at 13:02 IST