अपडेटेड 27 July 2025 at 20:52 IST
NCB के साझा ऑपरेशन में इंटर-स्टेट गिरोह का पर्दाफाश, राजस्थान-महाराष्ट्र में सिंथेटिक ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़, 34 किलो केटामाइन बरामद
राजस्थान के बाड़मेर जिले के धोलकिया गांव में एक भैंसों के बाड़े में बनी गुप्त फैक्ट्री का खुलासा हुआ, जहां से मेफेड्रोन बनाने में इस्तेमाल होने वाले खतरनाक केमिकल जैसे क्लोरोफॉर्म, अमोनियम क्लोराइड, टोल्यून, ब्रोमीन और लैब उपकरण बरामद किए गए।
राजस्थान पुलिस, महाराष्ट्र पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की संयुक्त कार्रवाई में एक अंतरराज्यीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ है, जो सिंथेटिक ड्रग्स की अवैध फैक्ट्री चला रहा था। राजस्थान के बाड़मेर जिले के धोलकिया गांव में एक भैंसों के बाड़े में बनी गुप्त फैक्ट्री का खुलासा हुआ, जहां से मेफेड्रोन बनाने में इस्तेमाल होने वाले खतरनाक केमिकल जैसे क्लोरोफॉर्म, अमोनियम क्लोराइड, टोल्यून, ब्रोमीन और लैब उपकरण बरामद किए गए।
दो आरोपियों को मौके से हिरासत में लिया गया, जिनसे पूछताछ में सामने आया कि गिरोह का एक सदस्य महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से है, जिसने केमिकल और उपकरण सप्लाई किए थे।
राजस्थान-महाराष्ट्र में सिंथेटिक ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़
NCB और रायगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने महाराष्ट्र के महाड़ स्थित रोहन केमिकल्स की बंद फैक्ट्री पर छापा मारा और वहां से 34 किलो पाउडर के रूप में केटामाइन और 12 लीटर लिक्विड केटामाइन बरामद किया गया। साथ ही कई प्रीकरसर केमिकल और लैब उपकरण भी मिले।
पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि इस रैकेट का मास्टरमाइंड पहले भी DRI और NCB के मामलों में संलिप्त रह चुका है।
NCB के ज्वाइंट ऑपरेशन में इंटर-स्टेट गिरोह का पर्दाफाश
यह कामयाबी बाड़मेर पुलिस, रायगढ़ पुलिस, NCB जोधपुर, अहमदाबाद और मुंबई की रीयल-टाइम सूचना साझेदारी और दो दिन तक चले ऑपरेशन का नतीजा है। इससे पहले श्रीगंगानगर में भी NCB जोधपुर ने एक लैब का भंडाफोड़ किया था, जहां 5 किलो मेफेड्रोन और प्रीकरसर केमिकल्स मिले थे। NCB ने राज्यों के DGP को “रेड फ्लैग इंडिकेटर” जारी किए हैं, जिससे गुप्त लैब की पहचान की जा सके।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 27 July 2025 at 20:52 IST