अपडेटेड 20 August 2024 at 12:34 IST

BREAKING: कोलकाता रेप कांड पर SC में सुनवाई, CJI ने कहा- हम महिला डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर चिंतित

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमने संज्ञान इसलिए लिया है, क्योंकि इसमें हत्या के अलावा देशभर में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर भी हैं।

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kolkata doctor rape case | Image: PTI

Kolkata Doctor Case: कोलकाता के RG कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस  जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा ने मामले में सुनवाई की है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने रविवार को खुद संज्ञान लिया था। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमने संज्ञान इसलिए लिया है, क्योंकि इसमें हत्या के अलावा देशभर में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर भी हैं। हम सुरक्षा को लेकर सुनवाई करेंगे। सीजेआई ने कहा कि हमें डॉक्टरों खासकर महिला डॉक्टर और युवा डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर चिंता है।

डीवाई चंद्रचूड़ ने टिप्पणी की है कि हम एक नेशनल टास्क फोर्स बनाना चाहते हैं, जिसमें सभी डॉक्टरों की भागीदारी हो। चीफ जस्टिस ने सीबीआई से गुरुवार तक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। अदालत ने कहा कि सीबीआई इस मामले में गुरुवार तक स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करे। जांच इस समय नाजुक दौर में है। इसलिए डायरेक्ट रिपोर्ट कोर्ट में दी जाए।

पीड़िता की पहचान उजागर करने पर जताई चिंता

सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता की पहचान उजागर करने पर भी चिंता जताई है। सीजेआई ने कहा कि हम पीड़िता की पहचान उजागर होने को लेकर भी चिंतित है। पीड़िता की फोटो और पोस्टमार्टम के बाद उसकी बॉडी को दिखाना चिंताजनक है। इस पर पश्चिम बंगाल सरकार के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि हमने पहचान उजागर करने वालो के खिलाफ 65 एफआईआर दर्ज किए हैं। चीफ जस्टिस ने कहा कि हम पीड़िता की तस्वीरें और नाम पूरे सोशल मीडिया पर प्रसारित होने से बहुत चिंतित हैं, जबकि ऐसा नही होना चाहिए था।

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CJI ने सुनवाई के दौरान गंभीर सवाल उठाए

चीफ जस्टिस ने सुनवाई के दौरान कई गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने पश्चिम बंगाल से पूछा कि क्या प्रिंसिपल ने हत्या को आत्महत्या बताया? क्या पीड़िता के माता-पिता को सूचना देर से दी है।उन्हें मिलने नहीं दिया गया? चीफ जस्टिस ने कहा कि क्या हत्या के तहत FIR दर्ज हुई? प्रिंसिपल क्या कर रहे थे। एफआईआर दर्ज कराने में देरी क्यों हुई? पुलिस ने क्राइम सीन को प्रोटेक्ट क्यों नहीं किया? हजारों लोगों को अंदर क्यों आने दिया? प्रिंसिपल को दूसरे कॉलेज में क्यों ज्वाइन कराया गया? सीजेआई ने कहा कि ये बेहद गंभीर मुद्दा है।

डॉक्टर्स से सुप्रीम कोर्ट ने की अपील

सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टर से भी अपील की है और कहा कि आप हम पर भरोसा करें। जो डॉक्टर हड़ताल पर हैं, इस बात को समझे की पूरे देश का हेल्थ केयर सिस्टम उनके पास है। हम उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यहां हैं। हम इसे हाईकोर्ट के लिए नहीं छोडेंगे। ये बड़ा राष्ट्रहित का मामला।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 20 August 2024 at 11:34 IST