अपडेटेड 26 November 2025 at 12:49 IST
दिल्ली लाल किला ब्लास्ट में NIA का बड़ा एक्शन, आतंकी उमर को पनाह देने वाला शोएब गिरफ्तार, अल फलाह यूनिवर्सिटी से भी कनेक्शन
Delhi Red Fort Blast: दिल्ली लाल किला ब्लास्ट में आतंकी उमर के एक और साथी को NIA ने गिरफ्तार कर लिया है। शोएब नाम का एक व्यक्ति फरीदाबाद से अरेस्ट हुआ। उसने न सिर्फ उमर को शरण दी थी, बल्कि उसे लॉजिस्टिक और जरूरी संसाधन भी उपलब्ध कराए।
Delhi Red Fort Blast: दिल्ली लाल किला ब्लास्ट में NIA ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। आतंकी उमर उन नबी को पनाह देने वाला व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने फरीदाबाद के रहने वाले शोएब को अरेस्ट किया। उसने आतंकी उमर को लाल किले के पास हुए कार बम धमाके से ठीक पहले पनाह और मदद दी थी। आरोपी शोएब का भी अल फलाह यूनिवर्सिटी से भी कनेक्शन सामने आया है।
शोएब ने उमर को साली के यहां भी रुकवाया
NIA की जांच में खुलासा हुआ है कि शोएब ने ना सिर्फ उमर को शरण दी, बल्कि उसे लॉजिस्टिक और जरूरी संसाधन भी उपलब्ध कराए। आतंकी उमर ने 10 नवंबर को लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार बम ब्लास्ट की साजिश को अंजाम दिया।
बताया जा रहा है कि फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में काम करता था। उसने उमर को नूंह में अपनी साली के यहां भी रुकवाया था और अन्य जगहों पर उसे शरण दी।
फरीदाबाद का रहने वाला है शोएब
गिरफ्तार आरोपी शोएब फरीदाबाद के धौज गांव का रहने वाला है। वो इस मामले में गिरफ्तार होने वाला सातवां आरोपी है। इससे पहले भी NIA ने जांच के दौरान 6 प्रमुख सहयोगियों को गिरफ्तार किया था, जो आतंकी उमर की मदद कर रहे थे। इस दौरान कई राज्यों में छापेमारी भी की जा रही है और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर इस साजिश से जुड़े बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
NIA का कहना है कि पूरी आतंकी साजिश को बेनकाब करने की कोशिश तेज कर दी गई है। जांच अभी भी जारी है। मामले में आगे और भी गिरफ्तारियां संभव है।
‘व्हाइट कॉलर टेरर’ का भंडाफोड़
दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर की शाम i20 कार से जोरदार धमाका हुआ। इस ब्लास्ट में 15 निर्दोष लोगों की जानें गई। वहीं बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए। कार में मौजूद आतंकी उमर ने खुद को भी कार के साथ उड़ा लिया। केंद्र सरकार ने इस घटना को आतंकी घटना माना। घटना में ‘व्हाइट कॉलर टेरर’ का भंडाफोड़ हुआ। इसमें पढ़े-लिखे पेशेवर डॉक्टर शामिल हैं। इस घटना के तार पाकिस्तान से लेकर तुर्की तक से जुड़े बताए जा रहे हैं।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 26 November 2025 at 12:49 IST