अपडेटेड 19 February 2025 at 14:41 IST
20-20 लाख में लड़कियों की बोली...राजस्थान में हिंदू बच्चियों से रेप, ब्लैकमेल कर धर्मातरण का खेल; नामाज की देता था ट्रेनिंग
एक पीड़ित छात्रा के परिजनों ने बताया कि बच्ची स्कूल में जाती तो लड़के परेशान करते थे। पर्ची में नंबर लिखकर रास्ते में फेंक देते।
राजस्थान में अजमेर कांड का पार्ट 2 सामने आया है। यहां के ब्यावर जिले के विजयनगर में समुदाय विशेष के युवकों द्वारा स्कूल में पढ़ रही नाबालिग लड़कियों को फंसाकर ब्लैकमेल, यौन शोषण और धर्म विशेष में आस्था रखने के लिए मजबूर करने का मामला आया है। मामले को लेकर स्थानीय लोगों, अभिभावकों और हिंदू संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन किया और मामला दर्ज कराया। लोगों के अनुसार, करीब 12-15 युवकों का गिरोह यह सब कर रहा था। इसके बाद पुलिस ने पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो नाबालिग आरोपियों को हिरासत में लिया है।
इस ब्लैकमेल कांड में आरोपी सोहेल हुसैन और मोहम्मद लुकमान ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उन्होंने छात्राओं को मोबाइल दिए और उनको बहलाने-फुसलाने की कोशिश की। पुलिस के अनुसार, आरोपी करीम ने सबसे पहले स्कूली छात्राओं से संपर्क किया और उन्हें अपने जाल में फंसाने की शुरुआत की। इसके बाद सोहेल और लुकमान ने स्कूली बच्चियों को ले जाने की योजना बनाई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि छात्राओं को फंसाने के लिए उन लोगों ने अलग-अलग तरीके अपनाए।
एक लड़की को ब्लैकमेल कर दूसरी लड़की को फंसाया
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पहले निजी स्कूल की एक बालिका को फंसाया। उसे मोबाइल उपलब्ध कराया। उसे प्रताड़ित और ब्लैकमेल करने लगे। इसके बाद उसके सामने शर्त रखी कि वह अपने क्लास की दूसरी छात्राओं से संपर्क कराए तो वह उसे छोड़ देंगे। इस तरह बालिका से उसकी कक्षा में पढ़ने वाली पांच-छह बालिकाओं को जाल में फंसाया और उन्हें भी डरा-धमका कर ब्लैकमेल करने लगे। आरोपी अपने धर्म की चीजों को अपनाने का भी दबाव बनाते थे। गिरफ्तार आरोपियों में रिहान मोहम्मद, सोहेल मंसूरी, लुकमान, अरमान पठान और साहिल कुरैशी शामिल हैं।
धर्म परिवर्तन के लिए किया माइंडवॉश
एक पीड़ित छात्रा के परिजनों ने बताया कि बच्ची स्कूल में जाती तो लड़के परेशान करते थे। पर्ची में नंबर लिखकर रास्ते में फेंक देते। कुछ दिनों बाद लड़कों ने बच्ची को धमकाना शुरू कर दिया। एक छोटा मोबाइल फोन मिला, उससे लड़के बात करते थे और नई-नई गाड़ी दिखाकर धर्मपरिवर्तन के लिए बच्ची का माइंडवाश करना शुरू कर दिया।
जाति के हिसाब से तय था लड़कियों का रेट
उन्होंने बताया कि अपने जाल में फंसाने के लिए लड़के हर रोज नई-नई गाड़ियां लेकर आते थे। कभी कार, कभी बुलेट... अलग-अलग गाड़ियां होती थीं। छात्रा ने कहा, "उन लोगों ने एक बार बोला था कि ब्राह्मण की छोरी को बेचेंगे तो 20 लाख रुपये मिलेंगे और तुझे (दलित) बेचेंगे तो 10 लाख रुपये मिलेंगे।"
ऐसे खुला गिरोह का राज
एक पीड़ित बालिका ने आरोपियों को देने के लिए घर से दो हजार रुपए चुराए। इसी दौरान घर से पैसे चोरी होने पर घरवालों ने बालिका पर नजर रखनी शुरू कर दी। इस दौरान उन्होंने बेटी को किसी से मोबाइल पर बात करते हुए पकड़ लिया। उससे पूछताछ की तो सारे मामले का खुलासा हुआ। पीड़ित परिवार ने लव जिहाद के तहत मामला दर्ज कराया।
पुलिस ने योजना बनाकर आरोपियों द्वारा बालिका को दिए गए मोबाइल के जरिए ही उन्हें जाल में फंसाया। मौके पर आने के बाद उन्हें दबोच लिया। बाद में कार्रवाई कर मामले में शामिल कुछ अन्य युवकों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। मामले के बाद हिंदू संगठनों में रोष है। सोमवार को विभिन्न हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने प्रशासन के समक्ष ऐतराज जताकर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 19 February 2025 at 14:41 IST