अपडेटेड 22 July 2024 at 17:20 IST
Budget 2024: रेल बजट को आम बजट में क्यों मिलाया गया? जानिए इसके पीछे की दिलचस्प कहानी
2016 तक आम बजट से पहले रेल बजट पेश किया जाता था, लेकिन 2017 से मोदी सरकार ने परंपरा बदल दी और रेल बजट (Railway Budget) को आम बजट में मिला दिया।
Budget 2024: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 23 जुलाई को बजट पेश करेंगीं। ये मोदी सरकार 3.0 का पहला पूर्ण बजट होगा और लगातार सातवां मौका होगा जब वित्तमंत्री देश के बजट पेश करेंगीं। बजट से किसान, युवाओं, नौकरीपेशा लोग विशेषकर मध्यम वर्ग को बहुत उम्मीदें हैं।
यूं तो अब तक बजट में कई बदलाव हो चुके हैं, जिनमें कुछ परंपरागत थे तो कुछ नीतिगत। मोदी सरकार (Modi government) के कार्यकाल में बजट में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव हुए जिनमें से एक था रेल बजट को आम बजट में मिलाना। 2016 तक आम बजट से पहले रेल बजट पेश किया जाता था, लेकिन 2017 से मोदी सरकार ने परंपरा बदल दी और रेल बजट (Railway Budget) को आम बजट में मिला दिया।
आखिर क्यों रेल बजट को आम बजट में मिलाया गया?
रेल बजट को आम बजट में मिलाने का फैसला कोई रातों-रात नहीं लिया गया। इसके पीछे नीति आयोग की सोच थी। नीति आयोग की सलाह पर ही केंद्र सरकार ने आम बजट और रेल बजट को मिला दिया। दरअसल, नीति आयोग ने सरकार को सलाह दी कि रेल बजट को अलग से पेश करने की जरूरत नहीं है। नीति आयोग की सलाह पर विचार करते हुए केंद्र सरकार ने 21 सितंबर 2016 को रेल बजट को आम बजट में मिलाने का फैसला किया।
जब अरुण जेटली ने संसद में पेश किया पहला संयुक्त बजट
1 फरवरी 2017 को तत्कालीन वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भारत का पहला संयुक्त बजट पेश किया था। ये देश में पहली बार था जब रेल बजट को आम बजट में मिलाकर पेश किया गया था। वित्त मंत्री ने रेलवे सेक्टर के बारे में बताया और पैसे आवंटित किए।
यह पहली बार ही था कि जब रलवे के बारे में उतनी विस्तृत जानकारी नहीं दी गई जितनी पूर्व में दी जाती थी। 2016 वो आखिरी साल था जब रेल बजट संसद में पेश किया गया था।
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Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 22 July 2024 at 17:20 IST