अपडेटेड 3 August 2025 at 08:54 IST

"सनातन धर्म ने भारत को बर्बाद कर दिया, शिवाजी का राज्याभिषेक भी...", शरद पवार की NCP विधायक जितेंद्र आव्हाड का नया विवादित बयान

Jitendra Awhad पहले भी सनातन धर्म को लेकर कई बार टिप्पणी कर चुके हैं और उनके बयानों से महाराष्ट्र की राजनीति में विवाद हो चुका है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म रूढ़िवादी परंपराओं को बढ़ावा देता है।

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सनातन धर्म पर विधायक जितेंद्र आव्हाड का विवादित बयान | Image: Facebook

Jitendra Awhad Controversial statement : शरद पवार की पार्टी (NCP–SP) के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने सनातन धर्म को लेकर बेहद विवादित बयान दिया है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "सनातन धर्म ने भारत को बर्बाद कर दिया है। सनातन धर्म जैसा कोई धर्म कभी था ही नहीं। हम हिंदू धर्म के अनुयायी हैं।" जितेंद्र आव्हाड के इस बयान से विवाद होना तय माना जा रहा है।

उन्होंने सनातन धर्म को हिंदू धर्म से अलग करार देते हुए छत्रपति शिवाजी, संभाजी, ज्योतिराव फुले, सावित्रीबाई फुले, शाहू महाराज और डॉ.बी.आर. आंबेडकर के खिलाफ सनातन धर्म की भूमिका की आलोचना की। विवादास्पद बयान देते हुए विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि सनातन धर्म नाम की कोई चीज कभी थी ही नहीं और यह विचारधारा भारत के पतन की एक बड़ी वजह रही है। उन्होंने कहा-

"इसी तथाकथित सनातन धर्म ने हमारे छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक को रोकने की कोशिश की। इस सनातन धर्म ने छत्रपति संभाजी महाराज को बदनाम किया। इसके अनुयायियों ने ज्योतिराव फुले की हत्या की साजिश रची और सावित्रीबाई फुले पर गोबर और गंदगी फेंकी। इसी सनातन धर्म ने शाहू महाराज की हत्या की साजिश रची। इसने डॉ. बी.आर. आंबेडकर को पानी पीने और स्कूल जाने से रोका।"

मनुस्मृति पर हमला

आव्हाड ने आगे कहा, "यह बाबासाहेब आंबेडकर ही थे, जिन्होंने सनातन धर्म के खिलाफ विद्रोह किया, मनुस्मृति को जलाया और इसकी दमनकारी परंपराओं को खारिज किया। मनुस्मृति का रचयिता भी इसी सनातनी परंपरा से निकला था। यह खुलकर कहने में डरना नहीं चाहिए कि सनातन धर्म और उसकी सनातनी विचारधारा विकृत है।"

पहले भी दिए विवादित बयान

जितेंद्र आव्हाड पहले भी सनातन धर्म को लेकर कई बार टिप्पणी कर चुके हैं और उनके बयानों से महाराष्ट्र की राजनीति में विवाद हो चुका है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म रूढ़िवादी परंपराओं को बढ़ावा देता है। अब इस नए बयान से सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रियाएं आना तय है। कुछ लोग इसे सनातन धर्म के खिलाफ हमला मान रहे हैं।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 3 August 2025 at 08:54 IST