अपडेटेड 19 February 2024 at 13:56 IST

सपा छोड़ते ही स्वामी प्रसाद मौर्य और अखिलेश यादव में छिड़ी जुबानी जंग, बोले-'कुछ लोग फायदा लेकर...'

2017 में BJP छोड़कर आए स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी छोड़ दी है। सपा छोड़ते ही मौर्य और अखिलेश यादव के बीच वार-पलटवार होने लगा है।

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अखिलेश यादव और स्वामी प्रसाद मौर्य | Image: ANI/File

UP News : उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के अंदर स्वामी प्रसाद मौर्य और अखिलेश यादव के बीच की कलह खुलकर सामने आई है। 2017 में भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर आए स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव की साइकिल को छोड़ दिया है और जल्द अपने झंडे के साथ नजर आने वाले हैं। इतना ही नहीं, सपा छोड़ने के बाद मौर्य और अखिलेश यादव के बीच जुबानी जंग भी बढ़ने लगी है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपनी अलग पार्टी बनाने की ऐलान कर दिया है। रिपब्लिक भारत से बातचीत में मौर्य ने खुद इसकी घोषणा की। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि 22 फरवरी को वो नए राजनीतिक दल का ऐलान करेंगे और 22 के बाद तय करेंगे कि वो किसके साथ जाएंगे।

अखिलेश ने मौर्य पर कसा तंज

इस घोषणा के बाद अखिलेश यादव भी भड़क उठे हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश ने मौर्य पर बड़ा हमला बोला और कहा कि ऐसे कई लोग हैं, जो लाभ और फायदा लेकर निकल जाते हैं। अखिलेश यादव ने सोमवार को मौर्य की तरफ से नई पार्टी बनाने के सवाल पर जवाब दिया था।

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स्वामी प्रसाद ने भी किया पलटवार

हालांकि अभी स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी अखिलेश यादव पर पलटवार किया है। मौर्य ने कहा कि 2022 के पहले समाजवादी पार्टी की क्या स्थिति थी, सिर्फ 45 विधायक थे। मेरे आने के बाद 111 विधायक हुए। साढ़े 6 प्रतिशत वोट में वृद्धि हुई है। समाजवादी पार्टी को हमसे लाभ मिला है, मुझे समाजवादी पार्टी से लाभ नहीं मिला है।

मौर्य यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा, 'वो (अखिलेश यादव) राज्य या केंद्र में सत्ता में नहीं हैं। वो कुछ भी देने की स्थिति में नहीं है। अब तक मुझे जो कुछ दिया है, वह सब मैं लौटा दूंगा। मेरे लिए विचारधारा महत्वपूर्ण है, पद नहीं।' पूर्व मंत्री मौर्य ने कहा कि सभी वर्गों का अधिकार और कल्याण मेरी प्राथमिकता है। जब भी उस पर हमला होगा, मैं आवाज उठाऊंगा।

समाजवादी पार्टी से क्यों खफा हुए मौर्य?

मौर्य अभी तक अपने विवादित बयानों से चर्चाओं में रहे हैं। खासकर सनातन धर्म और हिंदू धर्मग्रंथ पर उनकी आपत्तिजनक टिप्पणियों ने कई बार उत्तर प्रदेश में बड़ा विवाद खड़ा किया। राम मंदिर पर भी उंगली उठा चुके स्वामी प्रसाद मौर्य अब पिछले कई दिन समाजवादी पार्टी के नेताओं पर गंभीर आरोप लगा रहे थे, जिससे सपा से उनकी बगावत के संकेत साफ थे।

समाजवादी पार्टी से स्वामी प्रसाद मौर्य के अलग होने की वजह पार्टी में अकेले पड़ जाना है। मौर्य ने जब अखिलेश यादव को महासचिव पद से इस्तीफा भेजा तो उसमें कारण भी साफ-साफ था। मौर्य ने आरोप लगाए थे कि पार्टी उनके बयानों का समर्थन नहीं करती है। बार-बार उनके बयानों को निजी बता दिया गया। स्वामी प्रसाद मौर्य का इशारा शायद उन बयानों की तरफ था, जिन पर उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों में जमकर हंगामा हुआ था। उस समय अखिलेश यादव से लेकर डिंपल यादव और बाकी नेताओं ने मौर्य के बयानों को निजी बताकर किनारा कर लिया था।

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Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 19 February 2024 at 13:46 IST