अपडेटेड 20 April 2025 at 13:46 IST
खुला रह गया माइक, एक चिट को देख अखिलेश यादव ने बोल दी ऐसी बात, बगल में बैठे नेता ने पकड़ लिया अपना मुंह
अखिलेश यादव ने प्रयागराज में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महाकुंभ के आयोजन को लेकर एक बार फिर सवाल उठाए और सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए।
Akhilesh Yadav: अखिलेश यादव ने रविवार को प्रयागराज में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ऐसी बात बोल दी कि बगल में बैठे उनकी पार्टी के नेता ने शर्माते हुए अपना मुंह पकड़ लिया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने कई सवालों के जवाब दिए थे, लेकिन जब ये वाकया हुआ तो उस समय प्रेस कॉन्फ्रेस के लिए रखा माइक ऑन था और अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ का नाम लेकर एक बड़ी बात कही थी।
हुआ यूं कि अखिलेश यादव ने कुच देर पत्रकारों को संबोधित करने के बाद उनको कुछ विषयों पर एक किताब पढ़ने के लिए दी थी। इस बीच एक नेता की तरफ से अखिलेश यादव को एक चिट पकड़ाई गई थी। उस चिट को पढ़ते हुए अखिलेश ने कहा कि 'तुम तो योगी जी के पैर छू आते'। सपा मुखिया की इस बात को सुनकर बगल में बैठे एक नेता ने अपना मुंह पकड़ लिया और वो पलटकर पीछे बैठी एक महिला नेता से फुसफुसाने लगे। यही नहीं, अपनी बात पर अखिलेश यादव को हंसते हुए भी देखा गया।
अखिलेश ने महाकुंभ आयोजन पर फिर सवाल उठाए
अखिलेश यादव ने प्रयागराज में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महाकुंभ के आयोजन को लेकर एक बार फिर सवाल उठाए और सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए। अखिलेश ने सपा के सुझावों और महाकुंभ की व्यवस्था को लेकर एक किताब तैयारी की, जो सबको बंटवाई गई। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इधर सरकार अपना कुंभ का आयोजन था, उसको बढ़ा-चढ़ाकर दिखाते रहे। ये लोगों के लिए व्यवस्था और इंतजाम में पीछे रहे।
हर सुझाव को जो समय समय पर सुझाव दिया गया, जो हमारी तरफ से सुझाव आता था, उसको बीजेपी आलोचना समझ रही थी। हम लोग चेतावनी इसलिए दे रहे थे कि 2013 में सरकार बनने के बाद मुझे कुंभ कराने का मौका मिला था। अपने अनुभव के आधार पर जो सुझाव दे सकता था और आशंका जता सकता था, उसके हिसाब से सुझाव देने का काम किया। उन्होंने कहा कि हम जो सलाह के रूप में प्रस्तावित कर रहे थे, उसे भाजपाई अपने नकारात्मक नजरिए से उसे अपनी बुराई समझ रहे थे। बीजेपी के अंदर इतनी नैगेटिविटी है।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 20 April 2025 at 13:46 IST