अपडेटेड 19 April 2025 at 19:48 IST
'1947 में हम पाकिस्तान से भागे, 90 में कश्मीर से...',मुर्शिदाबाद हिंसा पर कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर का हमला
कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने बंगाल में हो रही हिंसा पर ममता सराकर को भी जमकर घेरा उन्होंने कहा, 'क्या हम ये समझें कि हिन्दुओं का कोई रक्षक नहीं है?'
वक्फ कानून के लागू होने के बाद देश भर में विरोध की ज्वाला भड़क उठी। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में तो विरोध के नाम पर दंगाइयों ने जमकर हिन्दुओं को टारगेट किया। पहले तो दंगाई विरोध प्रदर्शन के नाम पर इकट्ठा हुए उसके बाद इन लोगों ने हिन्दुओं के घरों को उनकी गाड़ियों को निशाना बनाया। बेइंतहा लूटपाट और महिलाओं के साथ बलात्कार और हत्या को अंजाम दिया। बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांता मजूमदार ने तो यहां तक दावा किया कि दंगों से पहले लाउड स्पीकर से ऐलान किया गया था। वहीं अब इस मामले में कथा वाचक देवकी नंदन ठाकुर का बयान आया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए देवकी नंदन ठाकुर ने पश्चिम बंगाल से हिन्दुओं के पलायन को दुखद बताया।
मुर्शिदाबाद दंगे पर सवाल पूछे जाने पर कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने कहा, 'हम लोग 1947 में पाकिस्तान से भागे, 1990 में हम लोग कश्मीर से भागे और अब हमें बंगाल से भी भागना पड़ रहा है? हम कुछ ही महीने पहले बांग्लादेश से भागे और फिर हम लोगों को बांग्लादेश से भागना पड़ रहा है। हमें इस बात का अफसोस है कि हम जब भागते हैं और हमें जब दुख होता है तो कोई भी एजेंसी हमारे बारे में सोचती ही नहीं। बड़े-बड़े नेता जो संसद में फिलिस्तीन की जय बोलते हैं, बड़े-बड़े लोग जो फिलिस्तीन का बैग उठाते हैं, जब हिन्दुओं पर अत्याचार होता है चाहे वो बंगाल में हो चाहे बांग्लादेश में हो या फिर कश्मीर में हो तब उनकी बोलती क्यों बंद हो जाती है। क्या हो गया है?
क्या हिन्दुओं का कोई रक्षक नहीं है?
कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने बंगाल में हो रही हिंसा पर ममता सराकर को भी जमकर घेरा उन्होंने कहा, 'क्या हम ये समझें कि हिन्दुओं का कोई रक्षक नहीं है? या ये समझें कि हिन्दुओं का इस देश में कोई रक्षक नहीं है या ये समझें कि हिन्दू इस देश का नागरिक नहीं है? या हमको ये समझना चाहिए कि हिन्दू के ऊपर कुछ भी होता रहेगा... तथाकथित पार्टी और पार्टी के लोग बोलेंगे नहीं। इस देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना सब लोग देखते हैं लेकिन 100 करोड़ लोगों के दर्द को समझने की जिम्मेदारी किसी पर नहीं है? क्यों नहीं ममता बनर्जी को इस्तीफा दे देना चाहिए? वो भी तो हिन्दू हैं और हिन्दू होकर चीफ मिनिस्टर होकर उसी के प्रदेश में वहां पर इतना बड़ा अत्याचार हिन्दुओं पर हुआ और एक बात और दलित बच्चों और दलित लोगों की हत्या हुई है वहां पर।
दलितों पर राजनीति करने वालों ने मुर्शिदाबाद पर चुप्पी क्यों साध ली?
कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में दलितों की हत्या और उसके बाद वहां से पलायन को लेकर राजनीतिक दलों के नेताओं को घेरते हुए पूछा कि अब तुम्हारा दलित प्रेम कहां चला गया है? उन्होंने आगे कहा, 'इस प्रदेश में उत्तर प्रदेश में , मध्य प्रदेश में और बिहार में दलितों की बात करने वाले लोग एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं। मेरे सनातनी दलित भाई उनकी हत्या वहां पर हो गई। अब कहां चला गया तुम्हारा दलित प्रेम? अरे हम सनातनियों को ही बांटने में लगे रहोगे क्या? हमको ऊंचा नीचा छोटा बड़ा करके हम लोगों को बांट दिया और वहां पर जब हमारे साथ अत्याचार हो रहा है हमारे सनातनियों के साथ तब हम वहां से भी भाग निकलने के लिए मजबूर रहे।'
पूरे देश में तुम बहुसंख्यक नहीं हो और जहां तुम अल्पसंख्यक हो वहां अगर...
देवकी नंदन ठाकुर ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद दंगों को लेकर कहा कि जो लोग वहां पर ऐसा कर रहे हैं वहां पर न जो खुद को वहां का बहुसंख्यक कह रहे हैं। याद रखना भारत में बहुत जगह ऐसी है जहां पर तुम बहुसंख्यक नहीं हो और जहां पर तुम बहुसंख्यक नहीं हो अगर वही विषय, जो तुम वहां पर कर रहे हो वही यहां पर शुरू हो गया तो फिर तुम्हारा क्या होगा? ये सही नहीं है तुम बहुसंख्यक नहीं हो ये समझ लीजिए कि फिर क्या होगा? मैं फिर सभी सनातनियों से कहता हूं कि ये एक सोची समझी रणनीति है। इस रणनीति में हम सब को एक साथ आकर सबको मिलकर साथ में खड़े होकर इसका विरोध करना चाहिए। बहन बेटी मां हम सब की एक जैसी हैं आप कहीं भी हो बस एकजुट हो जाओ और इनको इन्हीं की भाषा में जवाब दो।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 19 April 2025 at 19:48 IST