अपडेटेड 12 February 2025 at 16:37 IST
बसपा ने ‘भदोही’ जिले का नाम संत रविदास किया, सपा ने नाम बदल दिया : मायावती
मायावती ने कहा कि बसपा ने संत रविदास जी के नाम पर भदोही का जिला मुख्यालय का दर्जा सुरक्षित रखते हुए नया संत रविदास जिला बनाया था, जिसे सपा ने बदल दिया।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को संत गुरु रविदास जी की जयंती पर उनकों नमन कर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के साथ ही देश व दुनिया में रहने वाले उनके करोड़ों अनुयाइयों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं भी दीं।
मायावती ने कहा कि बसपा ने संत रविदास जी के नाम पर भदोही का जिला मुख्यालय का दर्जा सुरक्षित रखते हुए नया संत रविदास जिला बनाया था, जिसे समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार द्वारा जातिवादी और राजनीतिक द्वेष के कारण बदल दिया गया।
बसपा द्वारा जारी एक बयान में मायावती ने कहा, ‘‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ अर्थात मन को पाक-साफ रखकर ही इंसान सच्चे सुख की प्राप्ति कर सकता है तथा समाज व देश का भी भला कर सकता है। ऐसा आदर्श एवं मानवतावादी संदेश देने वाले महान संत गुरु रविदास जी को आज उनकी जयंती पर शत्-शत् नमन व श्रद्धा सुमन अर्पित करने के साथ ही देश व दुनिया में रहने वाले उनके करोड़ों अनुयाइयों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। ’’
बसपा की अध्यक्ष ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन के संतों की परंपरा में जाने-माने संत गुरु रविदास जी ने अपना सारा जीवन लोगों को इंसान बनाने के लिए इंसानियत का संदेश देने में गुजारा और इस क्रम में खासकर जाति भेद व द्वेष आदि के खिलाफ आजीवन कड़ा संघर्ष करते रहकर अमर हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘बसपा सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में जो अनेकों महत्वपूर्ण कार्य किये गये हैं उनमें संत रविदास जी के नाम पर भदोही का जिला मुख्यालय का दर्जा सुरक्षित रखते हुए नया संत रविदास जिला बनाया गया, जिसे समाजवादी पार्टी की सरकार द्वारा जातिवादी व राजनीतिक द्वेष के कारण बदल दिया गया है, किन्तु भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मौजूदा सरकार ने भी इसका नाम अब तक बहाल नहीं किया है, जो बेहद दुख की बात है और यह साबित होता है कि इन पार्टियों की सोच एक जैसी द्वेषपूर्ण व जातिवादी है।’’
मायावती ने कहा, ‘‘बसपा सरकार द्वारा संत रविदास की जन्म नगरी वाराणसी में संत रविदास पार्क व घाट की स्थापना, फैजाबाद में संत गुरु रविदास राजकीय महाविद्यालय का निर्माण, वाराणसी में ही संत रविदास जी की प्रतिमा की स्थापना, संत रविदास सम्मान पुरस्कार की स्थापना आदि प्रमुख हैं।’’
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 12 February 2025 at 16:37 IST