अपडेटेड 22 February 2025 at 08:43 IST
'अच्छा काम कर रहे थे केजरीवाल, फिर इस वजह से जनता ने सिखाया सबक...', AAP की हार पर फिर बोले अन्ना हजारे
अन्ना हजारे ने कहा कि एक मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने पहले एक साल, दो साल, तीन साल अच्छा काम किया। फिर उन्हें पैसे की लालच लग गई।
Anna Hazare on Arvind Kejriwal: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने पर रेखा गुप्ता को बधाई दी हैं। साथ ही उन्होंने दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार पर भी प्रतिक्रिया दी। अन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर अरविंद केजरीवाल अच्छा काम कर रहे थे, लेकिन उन्होंने शराब की दुकानें खोली शुरू कर दी। इसके चलते उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा।
समाजसेवी अन्ना हजारे को अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक गुरु कहा जाता है। अन्ना ही वो शख्स हैं जिनके भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से आम आदमी पार्टी का जन्म हुआ था। हालांकि बाद में वह अलग हो गए।
अन्ना हजारे ने रेखा गुप्ता को दी बधाई
दिल्ली में BJP की सरकार और रेखा गुप्ता के CM बनने पर अन्ना हजारे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक महिला का मुख्यमंत्री बनना गर्व की बात है। लोगों ने उनके शुद्ध विचारों और कार्यों की वजह से उन्हें वोट दिया।
इस दौरान अन्ना ने दिल्ली की पिछली आम आदमी पार्टी की सरकार को शराब घोटाले के लिए घेरा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को मुख्यमंत्री के तौर पर समाज के सामने एक उदाहरण पेश करना चाहिए था, लेकिन अपनी राह से वह भटक गए।
अन्ना ने बताया क्यों हारे केजरीवाल?
अन्ना हजारे ने बिना नाम लिए केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, ''एक मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने पहले एक साल, दो साल, तीन साल अच्छा काम किया। फिर उन्हें पैसे की लालच लग गई। शराब की दुकानें खोलना, लाइसेंस देना और पैसा... ये सबकुछ उनके दिमाग में घुस गया।''
अन्ना ने यह भी कहा कि हम समाज के प्रमुख के तौर पर आगे चल रहे हैं। हमारा आचार, विचार शुद्ध होना, जीवन निष्कलंक होना, जीवन में त्याग होना, अपमान पीने की शक्ति होना जरूरी है, तब वो समाज और देश के लिए अच्छा काम कर सकता है। गलती किया और इसके कारण उसको जाना पड़ा।
बता दें कि इससे पहले जब दिल्ली चुनाव के नतीजे सामने आए थे, तब भी अन्ना हजारे ने केजरीवाल पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि केजरीवाल ने शराब की दुकानों पर फोकस किया और धन-दौलत के चक्कर में बह गए। मैंने उन्हें (केजरीवाल) बहुत समझाया, लेकिन समझ नहीं आया।
सत्ता से बाहर हुई आम आदमी पार्टी
गौरतलब है कि इस बार के दिल्ली चुनाव के नतीजे आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका लेकर आए। पिछले 11 सालों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज AAP न केवल सत्ता से बाहर हुई। खुद अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से हार गए। केजरीवाल ही नहीं मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज जैसे AAP के दिग्गज नेताओं को भी अपनी अपनी सीट पर हार का सामना करना पड़ा। 2020 के चुनाव में 62 सीटों पर कब्जा जमाकर एकतरफा जीत हासिल करने वाली AAP इस बार केवल 22 सीटों पर ही सिमटकर रह गई।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 22 February 2025 at 08:43 IST